भारतPosted at: Sep 9 2019 11:02PM आर्थिक संकट का भय फैलाने की जरूरत नहीं : सहस्रबुद्धे
नयी दिल्ली 09 सितंबर (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता एवं सांसद विनय सहस्रबुद्धे ने सोमवार को कहा कि आर्थिक चुनौतियां समय की वास्तविकता हो सकती हैं लेकिन इसे लेकर भय फैलाने की जरूरत नहीं है। भारत पहले भी ऐसी बाधाओं से निपट चुका है।
श्री सहस्रबुद्धे ने यहां एक स्वयंसेवी संगठन पब्लिक पॉलिसी रिसर्च द्वारा मोदी सरकार के सौ दिन के कार्यकाल की उपलब्धियों पर एक रिपोर्ट जारी करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं कहूंगा कि भय फैलाने की कोई जरूरत नहीं है।” उन्होंने कहा कि पहले भी ऐसे उदाहरण है कि जब भारत ऐसी चुनौतियों से निपट कर बाहर आ गया था। चाहे 1989-90 का कानून हो या उसके बाद जब समूची दुनिया की अर्थव्यवस्था गड़बड़ायी थी। भारत में बहुत गहरी सहनशक्ति है और एेसी स्थिति में सही संतुलन कायम कर सकता है।”
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले साै दिनों की उपलब्धियों के बारे में उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों से अलग इस सरकार में दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति है और संविधान के अनुच्छेद 370 हटाये जाने और जम्मू कश्मीर को दो भागों में विभक्त करने का निर्णय इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। उन्होंने कहा, “इस कदम ने ना केवल लोगों की मानसिक बाधाएँ टूटी हैं बल्कि भारत के लोग एक हुए हैं। इस कदम ने क्षेत्र के लोगों के विकास के अवसरों को खोला है।
आर्थिक मोर्चे के बारे में सवालों पर उन्होंने कहा कि सरकार ने विदेशी संस्थागत निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए सुधारों को आरंभ किया है जिनमें विदेशी संस्थागत निवेश के लिए अर्हता का शर्तें समाप्त कर दीं हैं और प्रक्रियाओं को सरल बना कर उनमें व्यापक सुधार किया गया है।
सचिन सत्या
वार्ता