नासिक, 17 जून (वार्ता) महाराष्ट्र के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस‘कोविड-19’ के प्रकोप को देखते हुए दोबारा लॉकडाउन की कोई योजना नहीं है और आर्थिक चक्र को जारी रखने के लिए जोखिम उठाना पड़ेगा।
श्री भुजबल ने नासिक जिले में कोरोना वायरस की बढ़ती घटनाओं पर एक विशेष समीक्षा बैठक में कहा कि अर्थव्यवस्था को सुव्यवस्थित करने की जरूरत है और दोबारा लॉकडाउन का कोई इरादा नहीं है, लेकिन जरूरत पड़ने पर इसे किसी भी क्षण बढ़ाया जा सकता है। इसके लिए नागरिकों को घर पर बैठना चाहिए और प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहिए और उन्होंने पुलिस को मास्क नहीं पहनने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
इसके अलावा हर कोरोना योद्धा की जिम्मेदारी वर्तमान विकट स्थिति में महत्वपूर्ण है। इसलिए, जो लोग नियुक्त होने के बाद भी ड्यूटी पर आने के लिए तैयार नहीं हैं, उन्हें बर्खास्त कर दिया जाएगा और जो लोग ड्यूटी के लिए तैयार नहीं हैं, उनके मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।
इस बीच, जिले में खरीफ की बुआई शुरू हो गई है। उस संदर्भ में, उन्होंने कहा, वह बैंकों के साथ फसल ऋणों के संवितरण को कारगर बनाने के लिए चर्चा करेंगे। तूफान से पीड़ितों की मदद की जायेगी।
उन्होंने कहा कि कोविड सिविल अस्पताल में 19 परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जायेंगी।
भारत-चीन सीमा पर झड़पों में भारतीय सैनिकों के शहीद होने पर उन्होंने कहा कि सरकार को सख्त कदम उठाने की जरूरत है। "हम सभी भारतीय सैनिकों के पीछे मजबूती से खड़े हैं।
स्कूलों को शुरू करने के राज्य सरकार के निर्णय पर उन्होंने कहा कि बच्चों के लिए ऑनलाइन शिक्षा शुरू करना आवश्यक है और ज्ञान प्रदान करने का चक्र जारी रखना चाहिए लेकिन सरकार काेरोना के बढ़ने के बारे में भी चिंतित है। उन्होंने कहा कि सरकार काेरोना के लिए कुछ सीटें आरक्षित करेगी जिनके लिए कुछ निजी अस्पतालों के साथ बातचीत चल रही है।
बैठक में जिलाधिकारी सूरज मंधारे, पुलिस आयुक्त विश्वास नांगरे पाटिल, नगर निगम आयुक्त राधाकृष्ण गामे, ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉक्टर आरती सिंह, जिला परिषद प्रमुख लीना बंसोड़, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर कपिल पाटिल आदि उपस्थित थे।
त्रिपाठी.श्रवण
वार्ता