ग्रेटर नोएडा 09 फरवरी (वार्ता) दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की दूसरी बड़ी कंपनी होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने ऑटो एक्पसो में राइडरों को सड़क सुरक्षा के लिए प्रशिक्षित करने की पहल की है।
सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए होंडा द्वारा पेश की गई विशेष सेफ्टी ज़ोन में ‘एक स्मार्ट ट्रेनर’, ‘एक साइन आईडेन्टीफिकेशन गेम’ और कई मिनी बाइकों हैं जिनकी मदद से बच्चे सुरक्षित राइडिंग के गुर सीख सकते हैं। होंडा का सेफ राइडिंग ज़ोन कंपनी के सुरक्षित राइडिंग अभियान का एक हिस्सा है जिसके तहत अब तक देश के 12 ट्रेनिंग पार्कों में 16 लाख से ज़्यादा राइडरों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
होंडा का स्मार्ट राइडिंग ट्रेनर एक कम्प्यूटरीकृत ट्रैफिक सिम्युलेटर है जिसके द्वारा नये राइडरों को वास्तविक जीवन की
परिस्थितियों में बिना किसी जोखिम के मोटरसाइकिल चलाने का मौका मिलता है। यह एक ऐसा प्रशिक्षण तंत्र है जिसकी मदद से राइडिंग की जांच कर जा सकती है या पहली बार मोटरसाइकिल या स्कूटर चलाने वालों को सड़क पर राइडिंग से पहले इसके लिए तैयार किया जा सकता है।
आधुनिक साॅफ्टवेयर के ज़रिए नए राइडरों को मोटरसाइकिल चलाने की जानकारियां भी दी जाती है। वे कम्प्यूटर सिम्युलेशन एनवायरनमेन्ट में क्लच, ब्रेक, थ्राॅटल और गियरशिफ्ट को-आॅर्डिनेशन आदि के बारे में जान सकते हैं।
ट्रेनर्स साॅफ्टवेयर में दो बिगीनर्स कोर्स (क्लच आॅपरेशन एवं सिटी राइडिंग) और 15 हैजर्ड प्रेडिक्शन कोर्स शामिल हैं जो 17 विभिन्न परिस्थितियों में राइडिंग का प्रशिक्षण देते हैं और राइडर को सिखाते हैं कि वह सड़क पर दुर्घटना
से कैसे बच सकता है। इनमें से हर परिस्थिति में राइडर को तीन विभिन्न “कंडीशन” मोड्स - डे, नाइट या फाॅग - के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा उसे सिटी राइडिंग, टूरिंग, मैनुअल ट्रांसमिशन या आॅटोमेटिक (स्कूटर) मोड में भी प्रशिक्षण पाने का मौका मिलता है।
कुल मिलाकर स्मार्ट राइडिंग ट्रेनर 164 विभिन्न परिस्थितियों में राइडर को गलतियां करने और इन्हें सुधारने के कई मौके देता है। इनोवेटिव साइन बोर्ड गेम द्वारा लोग रोचक तरीके से सड़क संकेतों की पहचान सीखते हैं। वहीं, सुरक्षा
ज़ोन में मौजूद मिनी बाइकों द्वारा बच्चे सुरक्षित राइडिंग के गुर सीख सकते हैं।
शेखर अजीत
वार्ता