नयी दिल्ली, 18 अक्टूबर (वार्ता) मुंबई कांग्रेस के खिलाफ बगावती तेवर अपनाये प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता विश्वबंधु राय ने कहा है कि मुंबई में उत्तर भारतीयों को महत्व नहीं दिया जा रहा है और पार्टी को मुंबई में मजबूत स्थिति में लाना है तो उत्तर भारत के लोगों को तरजीह देनी पड़ेगी।
श्री राय ने आरोप लगाया कि मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप और उनके करीबी लोग उत्तर भारतीयों की उपेक्षा कर रहे हैं और संगठन में उनकी अनदेखी की जा रही है। मुंबई कांग्रेस में सिर्फ खानापूर्ति हो रही है और जिनका उत्तर भारतीय लोगों के बीच जनाधार है तथा जो लोग वर्षों से उनके सुख-दुख में उनके साथी रहे हैं, जानबूझ कर उनकी उपेक्षा की जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव ने कहा कि कांदिवली, चरकोप, अंधेरी, दसिहार, कलीना, भांडुप, चंदीवली, बांद्रा पश्चिम, मगेथने, विक्रोली, वरसोवा, अंधेरी पूर्व, अंधेरी पश्चिम जैसे कई इलाकों में उत्तर भारत के लोगों का बहुत प्रभाव है। मीरा रोड, टीएमसी, अंबरनथी, बदलापुर, केडीएमसी में भी उत्तर भारत के मतदाताओं की संख्या बहुत अधिक है। इस तरह से मुंबई में उत्तर भारत के मतदाताओं की संख्या करीब एक करोड़ तक पहुंच चुकी है। महाराष्ट्र के अन्य इलाकों पूणे, नासिक, ठाणे, नागपुर आदि में भी उत्तर भारतीयों की बहुत बड़ी संख्या है।
श्री राय ने पिछले सप्ताह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी इस बारे में पत्र लिखकर उन्हें इस स्थिति से अवगत कराया है। उनका कहना था कि मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष उत्तर भारत के लोगों की पीड़ा की अनदेखी कर रहे हैं और जब उनके साथ अत्याचार होता है तो कांग्रेस आवाज तक नहीं उठाती है।
उन्होंने कहा कि भाई जगताप ने उत्तर भारतीय पंचायत की शुरुआत की है लेकिन इसको लेकर उत्तर भारत के नेताओं से संपर्क नहीं किया गया और उनकी उपेक्षा की गई है। इसमें भी मनमानी हुई और सिर्फ खानापूर्ति के लिए ही यह कदम उठाया गया है।
अभिनव.श्रवण
वार्ता