मुम्बई, 05 फरवरी (वार्ता) हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के शुरू होने से जो आठ टीमें लीग में बनी हुई हैं उनमें से नार्थईस्ट युनाइटेड एकमात्र ऐसी टीम है जिसने अभी तक लीग के किसी भी सीजन में प्लेआॅफ में जगह नहीं बनाई है।
नार्थईस्ट के हिस्से कई शानदार जीतें आई हैं, कई बार वह सीजन की शुरुआत बेहद अच्छे से करने में सफल रही है, लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी वह बीते चार सीजन में कभी भी सेमीफाइनल में नहीं जा सकी है। वह इकलौती ऐसी टीम है जिसका रिकार्ड इस तरह का है। लेकिन इस सीजन में जिस तरह से उसने शुरुआत की थी उससे टीम के प्रशंसकों को उम्मीद थी कि इस बार यह सूखा खत्म हो जाएगा।
जैसे-जैसे प्लेआॅफ की रेस आगे बढ़ती गई एल्को स्कोटेरी की टीम अंतिम-4 में जाने के लिए मजबूती से आगे बढ़ती चली गई। वह इस समय अंकतालिका में चौथे स्थान पर है। उसने 14 मैचों में 23 अंक अपने खाते में डाल लिए हैं। इसका काफी हद तक श्रेय सीजन की अच्छी शुरुआत को जाता है, लेकिन फिटनेस को लेकर समस्याएं, साथ ही टीम चयन को लेकर जो मुद्दे हैं उन्होंने टीम को थोड़ा परेशान कर रखा है। बीते चार मैचों में उसे जीत नहीं मिली है।
फॉर्म में गिरावट उसकी गंभीर समस्या है क्योंकि उसने बीते छह मैचों में सिर्फ एक ही मैच जीता है। स्कोटेरी ने कहा, “हमें काफी मेहनत कर परिणाम हासिल करने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि हमें सिर्फ कुछ ही विशेषताओं पर निर्भर रहना होगा। यह आसान नहीं है, क्योंकि आप इस समय ऐसी स्थिति पर हैं जहां काफी करीब आकर आपका लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल लग रहा है। अब हमें हर मैच जीतने की जरूरत है।”
नार्थईस्ट तीसरे स्थान पर काबिज एफसी गोवा से ठीक नीचे है, जिसके 25 अंक हैं। जमशेदपुर एफसी और एटीके के 20-20 अंक हैं, ऐसे में एक-एक अंक काफी मायने रखता है। कोच ने कहा, “मैं उम्मीद करता हूं कि एटीके और जमशेदपुर अपने सभी मैच हार जाएं। मैं चाहता हूं कि हमारे से नीचे जितनी भी टीम हैं सभी अपने मैच हार जाएं, ऐसे में सिर्फ टॉप-4 ही प्लेआॅफ में जाने में सफल होंगी।”
दो टीमें बेहद रोमांचक लड़ाई लड़ रही हैं, ऐसे में नार्थईस्ट के लिए यह बेहद अहम हो गया है कि वह अपने सभी मैच जीते। इसके लिए जरूरी है कि वह अपने अंतिम बचे चार मैचों में जीत हासिल करे। नार्थईस्ट को अपने अगले चार मैचों में दिल्ली डायनामोज, मुंबई सिटी एफसी, एफसी पुणे सिटी और केरल ब्लास्टर्स से भिड़ना है। उसे यह बात याद रखनी होगी कि मुंबई को छोड़कर बाकी टीमों की प्लेआॅफ में जाने की संभावनाएं या तो खत्म हैं या न के बराबर हैं।
सोमवार को दिल्ली और गोवा के बीच खेला गया गोलरहित ड्रॉ बताता है कि निचले रैंक की टीम भी प्लेआॅफ की दावेदार टीमों को परेशान कर सकती हैं।