पार्लियामेंटPosted at: Jul 12 2019 11:36PM आरक्षण से नहीं, दो पुरुषों को हराकर लोकसभा पहुँची हूँ : लेखी
नयी दिल्ली 12 जुलाई (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी के निशिकांत दूबे ने शुक्रवार को कहा कि महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण संबंधी कानून के बगैर भी दूसरे तरीकों से लोकसभा और विधानसभाओं में उनकी भागीदारी बढ़ायी जा सकती है।
मतदान अनिवार्य करने के लिए कानून बनाने संबंधी गैर-सरकारी विधेयक पर लोकसभा में चर्चा के दौरान श्री दूबे ने कहा कि उनकी पार्टी महिलाओं को आरक्षण देने के पक्ष में है, लेकिन कई दल इसका विरोध कर रहे हैं। बीजू जनता दल ने इस बार 33 प्रतिशत महिलाओं को टिकट देकर इस दिशा में काम किया है। लेकिन यह देखना अहम् होगा कि इनमें से जो महिलाएँ चुनकर आयी हैं वे सदन में कितने मुद्दे उठा रही हैं और किस तरह के मुद्दे उठा रही हैं। सत्र के अंत में इसका आँकलन किया जाना चाहिये।
इस बीच एक सदस्य ने ध्यान दिलाया कि सदन की पीठासीन अधिकारी भी महिला हैं। उस समय आसन पर भाजपा की मीनाक्षी लेखी विराजमान थीं।
इस पर श्रीमती लेखी ने याद दिलाया कि वह आरक्षण से नहीं बल्कि चुनाव में दो पुरुषों को शिकस्त देकर सदन में पहुँची हैं।
नीलिमा अजीत
वार्ता