लखनऊ, 19 अगस्त (वार्ता) एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने भारत में ओलंपिक मूवमेंट के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतुष्टि जाहिर की है।
ओसीए की 37वीं सामान्य सभा की बैठक रविवार को इंडाेनेशिया की राजधानी जकार्ता में हुई जिसमे एशिया में ओलंपिक मूवमेंट को मजबूत करने और ओलंपिक खेलों में एशियाई देशों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के मुद्दे पर चर्चा की गयी। बैठक में भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरेंद्र ध्रुव बत्रा,महासचिव राजीव मेहता और कोषाध्यक्ष आनन्देश्वर पाण्डेय ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए देश में खेलों के ढांचे पर प्रकाश डाला।
पांडेय ने यहांं जारी विज्ञप्ति में बताया कि ओसीए के अध्यक्ष शेख अहमद अल-फहाद अल-सबाह भारत में ओलंपिक मूवमेंट के लिए किए जा रहे प्रयासों से काफी संतुष्ट दिखायी पड़े। अल-सबाह ने इस दौरान इंडोनेशिया की एशियाई खेलों के लिए तैयारियों को सराहा। उन्होंने एशियन गेम्स के आयोजन की तैयारी के लिए सभी हितधारकों को सराहा और उम्मीद जताई कि इन खेलों का आयोजन काफी सफल सिद्ध होगा।
इसी के साथ चीन के हांगजाऊ में वर्ष 2022 में होने वाले 19वें एशियन गेम्स की रूपरेखा और तैयारियों पर आयोजन समिति ने अपनी रिपोर्ट रखी जिस पर ओसीए ने विचार-विमर्श किया। चीन के ही सान्या में होने वाले एशियन बीच गेम्स की आयोजन समिति ने तैयारियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन काउंसिल के सामने दिया।
इस दौरान 20वें आईची-नागोया एशियन गेम्स-2020 की आयोजन समिति की प्रगति रिपोर्ट के साथ उक्त तीनों खेलों के लिए होस्ट सिटी कांट्रेक्ट पर भी हस्ताक्षर हुए। टोक्यो ओलंपिक-2020 की आयोजन समिति और बीजिंग विंटर ओलंपिक गेम्स-2022 की आयोजन समिति ने अपनी तैयारियों को लेकर एक प्रेजेंटेशन भी दिया।
इसी के साथ ओसीए मेरिट अवार्ड और शेख फहद हिरोशिमा एशिया पफंड स्पोर्ट्स साइंस अवार्ड के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया गया। इस दौरान एशिया की विभिन्न जोनल कमेटियों-ईस्ट एशिया, साउथ ईस्ट एशिया, साउथ एशिया, सेंट्रल एशिया और वेस्ट एशिया ने अपने-अपने जोन की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की।