पाली, 19 फरवरी (वार्ता) राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने अधिकारी-कर्मचारी जनसेवा की भावना के साथ आमजन की समस्याओं को समझें एवं समयबद्ध रूप से उनका समाधान करने के निर्देश देते हुए कहा है कि इस कार्य में लापरवाही बरतने पर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी।
श्री शर्मा सोमवार को पाली जिले के जिला परिषद् सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि आमजन को सुशासन के माध्यम से राहत देने के लिए हर विभाग अपने महत्वपूर्ण कार्यों का निर्धारण करे एवं समस्त अधिकारियों-कर्मचारियों की जवाबदेही भी सुनिश्चित हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास को गति प्रदान करने में सभी को टीम भावना के साथ कार्य करना होगा। ‘आपणो अग्रणी राजस्थान’ के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए संवेदनशीलता के साथ समय से तय लक्ष्यों की प्राप्ति करनी होगी।
उन्होंने जिले में जन-सुनवाई, औचक निरीक्षण, चिकित्सा सुविधा, कानून-व्यवस्था, लम्बित राजस्व प्रकरण तथा अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आमजन को राहत प्रदान करने के लिए समस्त विभागों में कार्य निर्धारण किया जाना चाहिए। उन्होंने जिला कलक्टर एवं विभागीय अधिकारियों को आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए नियमित प्रतिदिन एक घण्टा जनसुनवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला कलक्टर को निर्देश दिए कि वह हर विभाग के कार्यों की समीक्षा कर नियमित मॉनिटरिंग करें। आमजन की परिवेदनाओं को तुरन्त संबंधित विभागों में भेजकर निस्तारण के लिए शीघ्र कार्यवाही भी की जाए।
उन्होंने विशेष रूप से जिला स्तर, उपखण्ड स्तर व ग्राम स्तर पर नियमित जनसुनवाई करने के निर्देश दिए।
श्री शर्मा ने कहा कि आमजन को राहत पहुंचाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने जनता से जुड़े कार्यों को समय से पूरा करने में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों का उत्साहवर्धन कर उन्हें सम्मानित करने के भी निर्देश प्रदान किए।
मुख्यमंत्री ने राजस्व से संबंधित लम्बित प्रकरणों को शीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण लम्बित राजस्व प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए उनका निस्तारण किया जाए। इस हेतु उच्च अधिकारी इस कार्य की नियमित मॉनिटरिंग भी करें।
श्री शर्मा ने समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर तथा समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को कार्यालयों के औचक निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमित औचक निरीक्षण से कार्यों की वस्तुस्थिति का भी सही आंकलन किया जा सकेगा एवं पारदर्शिता भी बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने जिले के समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व जिला अस्पताल में दवाइयों की पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा स्वास्थ्य केन्द्रों का लगातार निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरूस्त रखने के निर्देश दिए।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को जिले में आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए।
बैठक में पशुपालन एवं गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत, सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, सांसद पीपी चौधरी, विधायक पुष्पेंद्र सिंह, केसाराम चौधरी एवं शोभा चौहान, जिला प्रमुख रश्मि सिंह आदि मौजूद थे।
जोरा
वार्ता