जकार्ता, 01 सितंबर (वार्ता) इंडोनेशिया के जकार्ता में 18वें एशियाई खेलों में शनिवार को पुरुषों की 49 किग्रा वर्ग की मुक्केबाजी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल ने अपनी जीत को आश्चर्यजनक बताया है।
हरियाणा के युवा मुक्केबाज 22 वर्षीय अमित ने पुरुषों के 49 किग्रा लाइटफ्लाई भार वर्ग में ओलंपिक चैंपियन उज्बेकिस्तान के हसनब्वॉय दुस्मातोव को 3-2 से हराकर स्वर्ण जीता। अमित ने अपनी इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा,“यह आश्चर्यजनक जीत है। अपने पहले एशियाई खेलों के फाइनल में ओलंपिक चैंपियन को हराना एक सपने के सच होने जैसा है।”
भारतीय मुक्केबाज ने कहा,“मैं गत वर्ष विश्व चैंपियनशिप में दुस्मातोव के खिलाफ लड़ चुका हूं। मैं जानता था कि दुस्मातोव काफी आक्रामक हैं लेकिन मैं भी अपनी योजना के अनुसार खेला। शुरुआत में उन्होंने रक्षात्मक शैली अपनाई लेकिन मैं उनके झांसे में नहीं आया। मैंने आक्रामक खेल दिखाया और उन्हें कोई मौका नहीं दिया।”
अमित ने कहा,“यह बहुत मुश्किल था लेकिन यह एशियाई खेलों का फाइनल था। मैं अपने पहले एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतना चाहता था। मैं जानता था कि मेरे पास स्वर्ण पदक जीतने का यह स्वर्णिम अवसर है।”
भारतीय कोच राफेल बर्गमास्को ने कहा,“अमित के पिछले प्रदर्शनों को देखते हुए हमें विश्वास था कि अमित जरूर जीतेगा। इस बार हम पिछले पांच पदकों के मुकाबले दो पदक ही जीत पाए लेकिन फिर भी यह अच्छा प्रदर्शन है। इस बार पदक बराबर बंटे और किसी देश ने अपना दबदबा नहीं बनाया।”