राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Apr 10 2019 5:24PM कश्मीर में राजमार्ग प्रतिबंध के खिलाफ धरने पर बैठे उमर
श्रीनगर 10 अप्रैल (वार्ता) नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सप्ताह में दो दिन सुरक्षा बलों के काफिलों के स्वतंत्र एवं सुरक्षित आवागमन के लिए आम लोगों की अावाजाही पर प्रतिबंध लगाये जाने के सरकार के फैसले के खिलाफ बुधवार को यहां धरने पर बैठ गये।
श्री अब्दुल्ला के साथ एनसी के कई नेता और कार्यकर्ता श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर सप्ताह में दो दिन सुरक्षा बलों के काफिलों के स्वतंत्र एवं सुरक्षित आवागमन के लिए आम लोगों की अावाजाही पर प्रतिबंध संबंधी सरकारी आदेश को वापस लिये जाने की मांग को लेकर पंथा चौक पर धरने पर बैठ गये। वे लोग हाथों में तख्तियां लिये हुए थे जिन पर लिखा था, ‘हाइवे बैन अनैक्सेप्टबल’। बाद में प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना समाप्त कर दिया।
इस बीच जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय ने मंगलवार को रक्षा, गृह और परिवहन मंत्रालय, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा राज्य सरकार को नोटिस जारी कर प्रतिबंध समाप्त करने संबंधी याचिकाओं पर दो सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है। न्यायालय ने नौकरशाह से नेता बने शाह फैसल, एनसी के अली मुहम्मद सागर और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के नईम अख्तर समेत कई याचिकाकर्ताओं के एक समूह की आेर से दायर जनहित याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान ये नोटिस जारी किये।
सरकार ने अपने फैसले में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर हर सप्ताह में बुधवार और रविवार को तड़के चार बजे से शाम पांच बजे तक आम नागरिकों का आवागमन बंद रखने का आदेश दिया है। इस दौरान राजमार्ग पर केवल सुरक्षा बल के काफिलों को जाने की ही अनुमति होगी।
श्री अब्दुल्ला ने ट्विटर पर सोमवार को राजमार्ग पर सेना के काफिले के आवागमन का वीडियाे पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था कि अगर सोमवार को आम परिवहन बंद किये बगैर सुरक्षा बलों के काफिले का आवागमन सुरक्षित है तो बुधवार और रविवार को क्यों नहीं।