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गुरुनानक जी के 550वें प्रकाश पर्व पर नानक साहब से जुड़े पांच आस्था स्थल तीर्थ-दर्शन योजना से जुड़ेंगे

गुरुनानक जी के 550वें प्रकाश पर्व पर नानक साहब से जुड़े पांच आस्था स्थल तीर्थ-दर्शन योजना से जुड़ेंगे

भोपाल, 15 अक्टूबर(वार्ता)मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि गुरुनानक जी के 550वें प्रकाश पर्व पर नानक साहब से जुड़े देशभर के पांच आस्था स्थलों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में जोड़ा जाएगा।

ये स्थल नांदेड़, महाराष्ट्र में स्थित तख्त सचखंड हुजुर साहिब, पंजाब के आंनदपुर में स्थित केशगढ़ साहिब, पंजाब के बठिंडा में स्थित दमदमा साहिब, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर में स्थित पौंटा साहिब और मणिकर्ण साहिब हैं। मुख्यमंत्री आज मंत्रालय में अध्यात्म विभाग की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में जनसंपर्क एवं अध्यात्म विभाग मंत्री पी.सी. शर्मा उपस्थित थे।

आधिकारिक जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुनानक जी का 550वां प्रकाश पर्व पूरे मध्यप्रदेश में धूम-धाम से मनाया जाए, इसके लिए सभी आवश्यक तैयारियं की जाए। उन्होंने कहा कि यह पर्व देश के आकर्षण का केन्द्र बने यह हमारा प्रयास होना चाहिए। बैठक में पुजारियों और उनके के कल्याणकारी योजनाओं को भी स्वीकृति दी गई।

श्री कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश में विभिन्न धर्मों के सभी आस्था स्थलों को सुनियोजित रूप से पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाए, इसमें बजट की कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के महाकाल सहित जितने भी प्रमुख सिद्ध स्थल है, वहां साउण्ड एंड लाइट शो की भी व्यवस्था हो। आने वाले श्रृद्धालुओं को इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व से अवगत करवाया जाए।

बैठक में तय किया गया कि मंदिरों के पुजारियों और उनके परिवार के लिए कल्याणकारी योजनाएं भी चलायी जाएंगी। जिसमें बीमा उनके बच्चों की शिक्षा, गंभीर बीमारियों और दुर्घटना होने पर सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। पुजारियों को तीर्थ-दर्शन यात्रा की सुविधा भी दी जाएगी और उन्हें गौ-शाला चलाने के लिए भी सहायता प्रदान की जाएगी। मंदिरों से जुड़े जो भी एक्ट है उनमें आज की जरूरतों के हिसाब से आवश्यक संशोधन किए जाएंगे। बैठक में यह भी तया किया गया कि दादाधूनी दरबार के ट्रस्ट को भंग कर नया दादाधूनी दरबार अधिनियम लाया जाएगा।

राम वन पथ गमन विकास परियोजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रगति की जानकारी मांगी। बैठक में बताया गया कि राम वन पथ गमन के लिए चौरासी कोस परिक्रमा के लिए 5 करोड़ रुपए, कामदगिरी कॉरिडोर के लिए 1 करोड़ रुपए और गुप्त गोदावरी के विकास के लिए 1 करोड़ रुपए दिए गए है।

महाकाल विकास योजना की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि इसकी एक अलग बैठक में समीक्षा की जाएगी जिसमें अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी ली जाएगी। मुख्यमंत्री ने खंडवा स्थित दादाजी दरबार के विकास के संबंध में अब तक की गई कार्रवाही की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह स्थल देश के करोड़ों लोगों की आस्था का केन्द्र है। इसके विकास में आने वाले श्रृद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जाए।

बैठक में मुख्यमंत्री ने नर्मदा, मंदाकनी, शिप्रा नदी ट्रस्ट, तापी नदी ट्रस्ट एवं मठ मंदिर सलाहकार समिति एवं विभिन्न मंदिर समितियों के सदस्यों के रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने के निर्देश दिए। मंदिरों से जुड़े अदालती प्रकरणों में कलेक्टर को अधिकृत करने और शासकीय भूमि पर स्थित मंदिरों के नियमितिकरण करने को भी कहा। मंदिरों से जुड़ी देव भूमि का उपयोग कर मंदिरों की आय बढ़ाने के प्रयास किए जाएं।

बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव अध्यात्म विभाग मनोज श्रीवास्तव, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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