राज्य » राजस्थानPosted at: Jan 6 2021 11:04PM एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर सचेत रहना होगा, घबराने की आवश्यकता नहींं-कटारिया
जयपुर 06 जनवरी (वार्ता) राजस्थान के 33 जिलों में से 16 जिलों में पिछले चौबीस घंटो में पक्षियों की मौत का आंकड़ा 625 पहुंच गया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसमें से 11 जिलों के 86 नमूनों को जांच के लिये भेजा गया है। पक्षियों के नमूनों के जांच परिणामों में भी एवियन इंफ्लूएंजा पाया गया है।
राज्य के कृषि और पशुपालन विभाग के मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि राज्य के तीन जिलें झालावाड़, कोटा और बारां में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) संक्रमण पाया गया है और वायरस अन्य जगहों पर भी फैल रहा है जो चिंता का विषय है।
श्री कटारिया आज शासन सचिवालय में पशुपालन विभाग के संभागीय अतिरिक्त निदेशक, विभागीय जिला अधिकारियों एवं मुर्गीपालकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमें एविएन इन्फ्लूएंजा को लेकर सचेत रहना होगा, लेकिन पेनिक होने की आवश्यकता नहीं है। अधिकारी सतत मॉनिटरिंग करें और मुर्गीपालकों के साथ जिलेवार सोशल मीडिया पर ग्रूप बनाकर जरूरी जानकारी शेयर करते रहें।
श्री कटारिया ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रभावित जिलों के सभी मुर्गीपालकों की सूची अपडेट कर सोशल मीडिया पर ग्रुप बना लें और समय-समय पर जरूरी जानकारी शेयर करे रहें। मृत पक्षियाें के सेम्पल लेते समय सावधानी बरतें और पीपीई किट पहनकर ही सेम्पल लें। बीमार मुर्गियों के भी सेम्पल लेकर जांच के लिए भेजें। सभी जिलों में कंट्रोल रूम की स्थापना करें और रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन करें।
उन्होंने सभी संभाग मुख्यालयों पर क्षेत्रीय पशु रोग निदान केन्द्रों पर आरटीपीसीआर लेब तथा अजमेर में कुक्कुट रोग निदान प्रयोगशाला एवं पशु आहार परीक्षण प्रयोगशाला की स्थापना के प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
श्री कटारिया ने मुर्गीपालकों से संवाद करते हुए कहा कि मुर्गियों में कहीं भी संक्रमण के संकेत नहीं मिले हैं। इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। हालांकि पूरी सावधानी रखें और मुर्गियों में कोई समस्या लगे तो तुरंत पशुपालन विभाग के अधिकारियों, कंट्रोल रूम के दूरभाष नम्बर 0141-2374617 अथवा टोल फ्री नम्बर 181 पर सूचना दें।
रामसिंह
वार्ता