देवरिया, 30 अगस्त (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने पराेक्ष रूप से कांग्रेस पर निशाना साधते हुये कहा कि जो भी देश को ‘एक राष्ट्र, एक जन’ के रूप में मानता है, वह कश्मीर से हटाये गये अनुच्छेद 370 का विरोध नहीं कर सकता।
श्री मिश्र ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा “ मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ने के बाद राजनीति में सक्रिय हुआ। संघ का मुख्य स्लोगन है ‘ एक राष्ट्र, एक जन, एक संस्कृति।’ ये हमारे संगठन के प्राण तत्व हैं। इसका मूल भाव यह था कि यह कैसे पूरे देश में स्थापित हो। इसलिए हम अखंड भारत की बात करते थे। ”
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र भारत में धारा 370 से अलगाव का भाव आता था। 35 ए भी अस्थायी अनुच्छेद था। पहले संसद में कानून बनता था तो कहा जाता था कि यह कानून जम्मू कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में लागू होगा। जम्मू कश्मीर में अलग कानून था। पहले दो विधान, दो निशान और दो प्रधान थे। जिसको लेकर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान हुआ था। यह व्यवस्था एक जन, एक राष्ट्र के मार्ग में व्यवधान पैदा करता था।
राज्यपाल ने कहा कि मौजूदा नेतृत्व का तारीफ करनी होगी कि उन्होंने एक राष्ट्र, एक जन के नारे को चरितार्थ करते हुए जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त किया और दुनिया को संदेश दिया कि यह देश एक राष्ट्र, एक जन वाला देश है। भारत विभिन्न संस्कृति, रहन सहन वाला देश है लेकिन संस्कृति एक है। ये हमारा मूल भाव और प्राण तत्व हैं।
श्री मिश्र ने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाने का कुछ लोग विरोध कर रहे हैं लेकिन ज्यादा परेशान हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान है। सरकार ने अपनी धारा में संशोधन किया है, लेकिन पाकिस्तान को बहुत पीड़ा हो रही है। पाकिस्तान पहले तो धारा 370 पर विश्व मंच पर खूब रोया। लेकिन वहां से कोई प्रतिफल न मिलने पर आज अनाप शनाप बयान देकर अपनी खीझ को मिटा रहा है।
उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने से पूरी दुनिया और पूरे देश में लोगों के मनोबल को बढ़ाया है और दुनिया के देशों को एहसान कराया है कि हम अपने देश के लिए उसकी एकता के लिए कटिबद्ध हैं।
सं प्रदीप
वार्ता