लखनऊ 03 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश और उसके साथियों द्वारा घात लगाकर किये गये हमले में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद विपक्ष कानून व्यवस्था के मुद्दे पर राज्य की योगी सरकार को घेरने के लिये लामबंद हो गया है।
मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी(सपा),कांग्रेस,बहुजन समाज पार्टी (बसपा),राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) और आम आदमी पार्टी (आप) समेत लगभग समूचे विपक्ष ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते हुये कहा कि इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि राज्य में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद है। पुलिस पार्टी पर हुये हमले के बाद आम जनता दहशत में है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा “ उप्र के आपराधिक जगत की इस सबसे शर्मनाक घटना में ‘सत्ताधारियों और अपराधियों ‘की मिलीभगत का ख़ामियाज़ा कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भुगतना पड़ा है। अपराधियों को जिंदा पकड़कर वर्तमान सत्ता का भंडाफोड़ होना चाहिए।”
उन्होने कहा “ उप्र की भाजपा सरकार अपनी पोलपट्टी खुलने के डर से आनन-फ़ानन में मुख्य अपराधी को न पकड़कर छोटी-मोटी मुठभेड़ दिखाने का नाटक करवा रही है. इससे पुलिसकर्मियों का मनोबल और गिरेगा तथा पुलिस का आक्रोश भी बढ़ेगा। सरकार तुरंत मुआवज़ा घोषित करे व परिजनों को हर संभव संरक्षण दे।”
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया “ कानपुर में शातिर अपराधियों द्वारा एक भिड़न्त में डिप्टी एसपी सहित 8 पुलिसकर्मियों की मौत व 7 अन्य के आज तड़के घायल होने की घटना अति-दुःखद, शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण। स्पष्ट है कि यूपी सरकार को खासकर कानून-व्यवस्था के मामले में और भी अधिक चुस्त व दुरुस्त होने की जरूरत है।”
उन्होने कहा “ इस सनसनीखेज घटना के लिए अपराधियों को सरकार को किसी भी कीमत पर छोड़ना नहीं चाहिए, चाहे इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत क्यों न पड़े। सरकार मृतक पुलिस के परिवार को समुचित अनुग्रह राशि के साथ ही परिवार के किसी सदस्य को नौकरी भी दे, बीएसपी की यह मांग है।”
प्रदीप
जारी वार्ता