मेलबोर्न, 20 मई (वार्ता) ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के गेंद पर मुंह की लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के फैसले पर कहा है कि गेंद को चमकाने के लिए अन्य विकल्प पर चर्चा होनी चाहिए।
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले के नेतृत्व वाली आईसीसी की तकनीकी समिति ने कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए गेंदबाजों के गेंद पर मुंह की लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की है। हालांकि पसीने के इस्तेमाल की इजाजत दी गयी है।
कमिंस ने कहा, “अगर हम मुंह की लार का इस्तेमाल नहीं करेंगे तो हमें अन्य विकल्प की जरुरत है। पसीने का इस्तेमाल बुरा नहीं है लेकिन हमें अन्य विकल्प भी ढूंढने होंगे। चाहे वो वैक्स हो या कुछ और, मुझे नहीं पता। अगर मुंह की लार के इस्तेमाल से खतरे हैं तो हमें अन्य विकल्प सोचने होंगे चाहे वो पसीना हो या अन्य पदार्थ।”
उन्होंने कहा कि पसीने का इस्तेमाल सुरक्षित है लेकिन ठंड में खेलने में परेशानी का सामना करना होगा। तेज गेंदबाज ने कहा, “हमें किसी भी तरह गेंद को चमकाना है और मुझे खुशी है कि कम से कम पसीने के इस्तेमाल की इजाजत है। लेकिन ठंड के दिनों में हम ऐसा नहीं कर सकते।”
कमिंस ने कहा, “आमतौर पर हमारे स्लिप खिलाड़ी गेंद पर चमक लाते हैं लेकिन यह हमेशा नहीं हो सकता। यह दिलचस्प होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि हम उस स्टेज पर होंगे जहां मुंह की लार का इस्तेमाल करना सुरक्षित होगा। मैं उम्मीद करता हूं कि हम वापस इसका इस्तेमाल कर पाएंगे।”
शोभित राज
वार्ता