राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Oct 22 2020 10:40PM पीडीपी ने जम्मू-कश्मीर को पहले वाला दर्जा दिलाने की प्रतिबद्धता जतायी
श्रीनगर 22 अक्टूबर (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के शीर्ष नेतृत्व ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जे को वापस दिलाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई, जिसे केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने गत वर्ष पांच अगस्त को निरस्त कर दिया था।
पीडीपी के शीर्ष नेतृत्व ने एक बैठक के दौरान ये दावे किए जिसकी अध्यक्षता पार्टी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने की। श्रीमती मुफ्ती को पांच अगस्त 2019 के बाद हिरासत में लिये जाने के 14 माह बाद हाल ही में रिहा किया गया है।
गौरतलब है कि केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने संबंधी अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए के अधिकांश प्रावधानों को हटा दिया था और जम्मू-कश्मीर का विभाजन कर इसे लद्दाख समेत दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था।
पीडीपी के संरक्षक मुजफ्फर हुसैन बेग हालांकि बैठक में मौजूद नहीं थे।
पीडीपी अध्यक्ष के मीडिया सलाहकार और पार्टी के प्रवक्ता सैयद सुहैल बुखारी ने यहां जारी एक बयान में कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने पांच अगस्त की घटनाओं पर पार्टी अध्यक्ष के रुख का समर्थन करते हुए एकजुटता के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त करने की बातों को दोहराया है। बयान में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर के लोगों पर एकतरफा गैरकानूनी और असंवैधानिक रूप से लागू होने वाले ये फैसले न केवल असमानता को दर्शाती हैं बल्कि स्थानीय लोगों को ये अस्वीकार्य है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग एकजुट होकर इस लड़ाई को जारी रखेंगे।
संजय, उप्रेती
वार्ता