राज्य » अन्य राज्यPosted at: Aug 27 2021 5:08PM पिथौरागढ़ में भूस्खलन की चपेट में आने से दो की मौत, महिला लापता
नैनीताल/पिथौरागढ़, 27 अगस्त (वार्ता) उत्तराखंड के सीमांत जिला पिथौरागढ़ में बादल फटने एवं अतिवृष्टि के कारण हुए भूस्खलन के मलबे में दबने से एक और मजदूर की मौत हो गयी है। जिले में पिछले चौबीस घंटे में दो लोग काल के ग्रास में समा चुके हैं जबकि एक महिला अभी भी लापता है।
पिथौरागढ़ के जिला आपदा प्रबंधन केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार ग्रीफ की ओर से शुक्रवार को बंद पड़े धारचूला-तवाघाट मोटर मार्ग को खोलने का कार्य किया जा रहा था। धारचूला तहसील के खुमती गांव निवासी नवीन सिंह परिहार (32) पुत्र गौर सिंह भी मजूदरी कर रहा था। इसी दौरान यकायक भूस्खलन हो गया और मलबा एवं बोल्डर की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एवं राजस्व कर्मियों की टीम मौके के लिये रवाना कर दी गयी है। धारचूला के राजस्व उपनिरीक्षक की रिपोर्ट में उसकी मौत की पुष्टि की गयी है।
इससे पहले गुरुवार को धारचूला तहसील के बलुवाकोट के तोक जोशीगांव में हरि दत्त भट्ट की पत्नी पशुपति देवी भी मलबे की चपेट में आ गयी थी। महिला तभी से लापता है। बताया जा रहा है कि गांव के ऊपर बादल फटने से यह घटना घटी है।
मौके पर राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रबंधन बल (एसडीआरएफ), पुलिस एवं राजस्व कर्मियों की टीम की ओर से लगातार राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है लेकिन महिला का 24 घंटे बीत जाने के बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि देर रात को भी गांव में इसी स्थान पर जबर्दस्त भूस्खलन हुआ है और भारी मात्रा में मलबा एकत्र हो गया है। मलबा को हटाने के लिये एक जेसीबी लगातार काम में जुटी हुई है। भूस्खलन से गांव के दस मकान खतरे की जद में आ गये हैं। जिससे कई परिवारों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है।
इसी प्रकार एक अन्य घटना में धारचूला के बंगापानी तहसील के बरम गांव निवासी नर राम के भी पहाड़ी से आये मलबे में दबने से मौत हो गयी। पीड़ित नरराम कल अपने मवेशियों को लेकर जंगल गया था। जब वह रात तक घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसकी ढूंढ खोज की। गांव से कुछ दूरी पर मल्ला सैण बल्दिया धार में उसका शव मलबे में दबा मिला। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि भूस्खलन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गयी है। फिलहाल राजस्व पुलिस जांच कर रही है।
रवीन्द्र, उप्रेती
वार्ता