बिजनेसPosted at: Sep 14 2018 2:15PM भरपूर पैदावार के लिए साझी खेती करें किसान : रुपाला
दिल्ली 14 सितम्बर (वार्ता) कृषि राज्य मंत्री परषोत्तम रुपाला ने खेत के आकार में अा रही कमी पर चिन्ता व्यक्त करते हुए आज कहा कि गैर-सरकारी संगठन या सहकारिता समिति के माध्यम से साझी खेती की जानी चाहिये जिससे बढती आबादी की जरूरतें पूरी का जा सकें।
श्री रुपाला ने यहाँ गैर-सरकारी संगठनों के परिसंघ तथा कई अन्य संस्थाओं की ओर से कृषि पर आयोजित एक सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये कहा कि परिवारों के बँटवारे के कारण खेतों का आकार काफी छोटा होता जा रहा है और देश में 90 प्रतिशत छोटे एवं सीमांत किसान हो गये हैं। खेतों के टुकड़ों में बँटने के कारण मशीन से खेती का काम नहीं हो पा रहा है जिससे किसानों को पूरा लाभ नहीं मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि गैर-सरकारी संगठन और सहकारी समितियाँ गाँवों के किसानों को संगठित कर साझी खेती करा सकती हैं जिससे भरपूर पैदावार ली जा सकती है। इसके लिए एक माँडल तैयार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि काफी पहले गुजरात के एक गाँव में साझी खेती का प्रयोग किया गया था जो सफल भी रहा। लेकिन, उसके नेता के निधन के बाद यह बिखर गया था।
कृषि मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से योजनाओं के क्रियान्वयन में कई बार काफी देर हो जााती है। कई बार तो परिपत्रों को जिला स्तर पर पहुँचने में तीन साल तक का समय लग जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि गैर-सरकारी संगठनों को कृषि मंत्रालय की एक योजना अपने हाथ में लेनी चाहिये।
अरुण अजीत
जारी वार्ता