राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 6 2020 7:42PM पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिये करें वृक्षारोपण: आनंदीबेन
बाराबंकी, 06 जुलाई(वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा है कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिये वृक्षारोपण करें और नदियाें तथा तालाबों को संरक्षित करें। पेड़-पौधे जहां जीवनदायिनी आक्सीजन देते हैं वहीं खाद्य, जल एवं आहार श्रृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों का भी बड़ा योगदान होता है।
श्रीमती आनंदीबेन ने सोमवार को यहां फतेहपुर में होली का पुरवा गांव स्थित कल्याणी नदी के तट पर वृक्षारोपण किया। उन्होंने कहा कि वृक्ष लगाए और नदियों और तालाबों को संरक्षित करें। पर्यावरण ही हमें जीवन देता है। पर्यावरण को संरक्षित रखने में पेड़ पौधों का अहम योगदान होता है। इसी प्रकार आहार श्रृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों की भी अहम भूमिका होती है। पेड़-पौधे जहां जीवनदायिनी आक्सीजन देते हैं वहीं खाद्य, जल एवं आहार श्रृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों का भी बड़ा योगदान होता है।
उन्होंने कहा कि पौधे की कमी से आक्सीजन की कमी होती चली जाएगी जिससे जीना दूभर हो जाएगा। ऐसे में पेड़ पौधे जीवन को बचाने में ही नहीं अपितु पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी अहम रोल अदा कर रहे हैं। यदि पेड़ पौधे कम हो जाएंगे तो पक्षियों का आश्रय स्थल कम होता चला जाएगा। यही कारण है कि वनों की कटाई के चलते जीव-जंतु कम होते चले जाएंगे। आहार श्रृंखला में भी पेड़ पौधों की भूमिका कम नहीं है। शाकाहारी जीव जंतु पेड़ पौधों को परोक्ष एवं प्रत्यक्ष रूप से खाते हैं। यदि पेड़ पौधे नहीं होंगे तो शाकाहारी जीव कम हो जाएंगे, जिसके चलते मांसाहारी जीवों पर कुप्रभाव पड़ेगा और आहार श्रृंखला कमजोर होती चली जाएगी।
श्रीमती आनंदीबेन ने कहा कि वह बाराबंकी तीसरी बार आईं है। पहली बार केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं को देखने आईं थीं। दूसरी बार प्रगतिशील पद्मश्री किसान राम सरन वर्मा के फार्म पर खेती देखने और आज कल्याणी पर हुए काम को देखने के साथ वृक्षारोपण करने आईं हूं।
उन्होंने कहा कि जिस धरती पर बच्चे खेलते कूदते होंगे उन्हें पता नहीं होगा कि यहां कभी नदी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर श्रमिकों की मेहनत से नदी फिर बहने लगी। कल्याणी फिर एक बार लोगों का कल्याण करने के लिए अपने मूल स्वरूप में लौट आई है।
राज्यपाल ने कहा कि पेड़ अंधाधुंध काट दिए गए। आबादी बढ़ी और ऑक्सीजन कम हुआ तो बीमारियां बढ़ गई। उन्होंने कहा कि योगी सरकार बधाई की पात्र है जिन्होंने पिछले वर्ष 22 करोड़ और इस बार 25 करोड़ वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा है । उन्होंने कहा कि ऐसे पेड़ लगाने चाहिए जिससे अधिक से अधिक ऑक्सीजन मिले इसके लिए पीपल बरगद सबसे अच्छे वृक्ष माने जाते हैं क्योंकि यह 24 घंटे ऑक्सीजन देते हैं साथ ही फलदार भी पौधे लगाने चाहिए। उन्होंने कहा कि आज जब कोविड 19 बीमारी आयी तो फिर से हमारी औषधि याद आईं। वह औषधि जो हमारी धरती पर हमेशा से उगती रही हैं।
सं भंडारी
वार्ता