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प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केदारनाथ-बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की

प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए केदारनाथ-बदरीनाथ पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की

देहरादून, 09 सितम्बर (वार्ता)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तराखंड स्थित पवित्र धाम केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति और बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर राज्य सरकार के प्रस्तुतीकरण की समीक्षा की

प्रधानमंत्री ने निर्देश दिये कि श्री बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान में इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि वहां का पौराणिक और आध्यात्मिक महत्व बना रहे तथा इसे छोटे स्मार्ट और आध्यात्मिक शहर के रूप में विकसित किया जाए। इसमें होम स्टे भी विकसित किए जा सकते हैं और निकटवर्ती अन्य आध्यात्मिक स्थलों को भी इससे जोङा जा सकता है।

उन्होंने बदरीनाथ धाम के प्रवेश स्थल पर विशेष लाइटिंग की व्यवस्था पर जोर दिया जो आध्यात्मिक वातावरण के अनुरूप हो तथा यह भी कहा कि बदरीनाथ के मास्टर प्लान का स्वरूप पर्यटन पर आधारित न हो बल्कि पूर्ण रूप से आध्यात्मिक हो।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री को बताया कि बदरीनाथ धाम तथा केदारनाथ धाम के विकास कार्यों में स्थानीय लोगों का सहयोग मिल रहा है। निकटवर्ती गांवों में होम स्टे पर काम किया जा रहा है और सरस्वती एवं अलकनंदा के संगम स्थल केशवप्रयाग को भी विकसित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम में व्यास और गणेश गुफा का विशेष महत्व है। इनके पौराणिक महत्व की जानकारी भी श्रद्धालुओं को मिलनी चाहिए। बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर काम करने में भूमि की समस्या नहीं होगी और केदारनाथ की तरह बदरीनाथ में भी 12 महीने कार्य किए जाएंगे।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने श्री मोदी को बताया कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना और चारधाम राजमार्ग परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है। इससे श्रद्धालुओं के लिए चारधाम यात्रा काफी सुविधाजनक हो जाएगी।

बदरीनाथ धाम के मास्टर प्लान पर प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसमें 85 हैक्टेयर क्षेत्र लिया गया है और इसके तहत देवदर्शिनी स्थल विकसित किया जाएगा तथा एक संग्रहालय और आर्ट गैलरी भी बनाई जाएगी। दृश्य एवं श्रव्य माध्यम से दशावतार के बारे में जानकारी दी जाएगी। बदरीनाथ मास्टर प्लान को 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मास्टर प्लान को पर्वतीय परिवेश के अनुकूल बनाया गया है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों की प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि शंकराचार्य जी के समाधि स्थल का काम तेजी से चल रहा है। सरस्वती घाट पर आस्था पथ का काम पूरा हो गया है। दो ध्यान गुफाओं का काम इस माह के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। ब्रह्म कमल की नर्सरी के लिए स्थान चिन्हित कर लिया गया है। नर्सरी के लिए बीज एकत्रीकरण का कार्य किया जा रहा है तथा पुल का पुनर्निर्माण कर लिया गया है।

इस अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

सं जितेन्द्र

वार्ता

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