बुडापेस्ट, 26 अक्टूबर (वार्ता) बजरंग पुनिया के रजत पदक के बाद पूजा ढांडा ने भारत को सीनियर विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में 57 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक दिला दिया लेकिन ग्रीको रोमन शैली में भारतीय पहलवानों ने अब तक निराश किया है।
57 किग्रा में पूजा ने रेपचेज में अज़रबेजान की एलोना कोलेसनिक को 8-3 से हराकर कांस्य पदक मुकाबले में जगह बना ली और फिर नाॅर्वे की ग्रेस जैकब की चुनौती को 10-7 से तोड़कर कांस्य पदक जीत लिया। पूजा विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली चौथी भारतीय महिला पहलवान बन गयी है। इससे पहले अलका तोमर ने 2006 में और गीता फोगाट तथा बबीता कुमारी ने 2012 में कांस्य पदक जीते थे।
भारत अब तक विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में एक स्वर्ण, तीन रजत और नौ कांस्य सहित कुल 13 पदक जीत चुका है। भारत की 10 महिला पहलवान मुकाबले में उतरी थीं जिनमें से पूजा को ही पदक मिल पाया।
इस बीच ग्रीको रोमन मुकाबलों में भारतीय पहलवानों ने निराश किया है। पहले दिन उतरे चारों भारतीय पहलवानों को हारकर बाहर हो जाना पड़ा। ग्रीको रोमन वर्ग में विजय (55), गौरव शर्मा (63), कुलदीप मलिक (72) और हरप्रीत सिंह (82) शुरूआती दौर में हार कर बाहर हो गए।
विजय को चीन के लिगुओ काओ ने 9-1 से, गौरव को पोलैंड के माइकल जैसेक ने 7-3 से, कुलदीप को जापान के तोमोहिरो इनोयू ने 9-0 से और हरप्रीत को मोरक्को के जैद ओगरेम ने 14-5 से हराया। भारतीय पहलवानों को हराने वाले पहलवान अगले राउंड में हार गए जिससे भारतीय पहलवानों की रेपचेज में जाने की उम्मीदें टूट गयीं।