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भारत-पाकिस्तान मुकाबला स्थगित करें या शिफ्ट करें : एआईटीए

भारत-पाकिस्तान मुकाबला स्थगित करें या शिफ्ट करें : एआईटीए

नयी दिल्ली, 14 अगस्त (वार्ता) भारतीय डेविस कप खिलाड़ियों की पाकिस्तान में मुकाबला ना खेलने की मांग के बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ ने अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ को पत्र लिखकर कहा है कि भारत-पाकिस्तान डेविस कप मुकाबले को हालात सामान्य होने तक दो महीने के लिए स्थगित कर दिया जाए या फिर इसे अन्यत्र शिफ्ट किया जाए।

अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने 48 घंटे पहले अंतर्राष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) से पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति का दोबारा जायजा लेने की मांग की थी जबकि गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति के नेतृत्व वाली भारतीय डेविस कप टीम ने इसके 24 घंटे बाद मुकाबले के लिए तटस्थ स्थल की मांग कर डाली थी।

भारत को 14 और 15 सितंबर को इस्लामाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ एशिया ओसनिया जोन ग्रुप ए का मुकाबला खेलना है। लेकिन कश्मीर से संविधान के अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद दोनों देशों के संबंधों में फिर से कड़वाहट आ गई है जिसके बाद भारत का 55 साल बाद पाकिस्तान का दौरा अधर में अटक गया है।

एआईटीए के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने आईटीएफ को लिखे ताजा पत्र में कहा है कि डेविस कप के इस मुकाबले के स्थल को पाकिस्तान से अन्यत्र शिफ्ट किया जाए या फिर दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होने तक कुछ समय के लिए इस मुकाबले को स्थगित कर दिया जाए। एआईटीए का कहना है कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और मौजूदा हालात में खिलाड़ियों के लिए पाकिस्तान जाकर खेलना बहुत मुश्किल है।

चटर्जी ने अपने पत्र में भारत और अमेरिका के बीच सितंबर 2001 में उस डेविस कप मुकाबले का हवाला दिया जिसे नार्थ कैरोलिना में खेला जाना था लेकिन 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद आईटीएफ ने इस मुकाबले को स्थगित कर दिया था जबकि मुकाबले के लिए सुरक्षा का कोई खतरा नहीं था।

उन्होंने साथ ही कहा कि आईटीएफ ने भारत और अमेरिका के बीच डेविस कप मुकाबले को दो महीने तक के लिए स्थगित कर जो उदाहरण पेश किया था उसे उसी का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा, “मौजूदा स्थिति को देखते हुए आईटीएफ को भारत-पाकिस्तान मुकाबले को दो महीने तक के लिए स्थगित कर देना चाहिए और जब हालात कुछ अनुकूल हों तो इस मुकाबले को कराया जा सकता है।”

इससे पहले एआईटीए के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने आईटीएफ के कार्यकारी निदेशक जस्टिन एलबर्ट को इस मुकाबले को लेकर पत्र लिखा था और उनसे पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति का दोबारा जायजा लेने का आग्रह किया था। चटर्जी के इस आग्रह के 24 घंटे बाद ही भारतीय डेविस कप टीम ने एआईटीए से कहा था कि वह आईटीएफ से इस मुकाबले के लिए तटस्थ स्थल के बारे में कहे। खिलाड़ियों को एआईटीए के ताजा रुख से निराशा हुई थी क्योंकि तब एआईटीए ने आईटीएफ से तटस्थल की मांग नहीं की थी बल्कि सुरक्षा स्थिति का दोबारा जायजा लेने को कहा था।

इस बीच केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू का कहना है कि यह मुकाबला द्विपक्षीय सीरीज नहीं है और डेविस कप की मेजबानी करने वाली विश्व संस्था इसमें शामिल है इसलिए वह टेनिस खिलाड़ियों को पाकिस्तान की यात्रा करने से नहीं रोक सकते।

भारतीय डेविस कप टीम ने आखिरी बार पाकिस्तान का 1964 में दौरा किया था। पाकिस्तान पिछले कुछ वर्षों में अपने डेविस कप मुकाबले तटस्थ स्थलों पर खेलता रहा है। हांगकांग ने तो 2017 में पाकिस्तान का दौरा करने से ही इंकार कर दिया था। पाकिस्तान ने आखिरी बार तटस्थ स्थल पर 2016 में चीन की कोलंबो में मेजबानी की थी।

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