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लिगनाइट कार्पोरेशन की नयी पुनर्वास नीति शुरू की प्रहलाद जोशी ने

लिगनाइट कार्पोरेशन की  नयी पुनर्वास नीति शुरू की प्रहलाद जोशी ने

नयी दिल्ली, 17 जनवरी (वार्ता) कोयला, खान और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने नैवेली लिग्नाइट कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड (एनएलसीआईएल) की खानों के क्षेत्र के भूमि मालिकों के लिए लागू नई पुनस्थापना एवं पुनर्वास (आर एंड आर) नीति शुरू करते हुए सोमवार को कहा कि यह नीति स्थायी आजीविका का मार्ग प्रशस्त करेगी और हर गांव को आत्मनिर्भर बनाएगी।

श्री जोशी ने प्रभावित लोगों के लिए उपलब्ध कई विकल्पों के साथ एक बहुत ही लचीली पुनर्वास नीति तैयार करने में एनएलसीआईएल और तमिलनाडु सरकार के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे प्रभावित ग्रामीणों को मुआवजा निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया पर आधारित होगा।

एनएलसी इंडिया कोयला मंत्रालय के तहत आने वाला एक नवरत्न लोक उपक्रम है।

कोयला मंत्री ने कहा कि नई नीति में परियोजना प्रभावित परिवारों को अधिक सुविधाएं देने का प्रावधान है। श्री जोशी ने बताया कि परियोजना क्षेत्र के युवाओं को कौशल विकास प्रदान करने के लिए एनएलसीआईएल ने तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने ने कहा कि नई आरआर नीति स्थायी आजीविका का मार्ग प्रशस्त करेगी और हर गांव को आत्मनिर्भर बनाएगी।

समारोह को वस्तुतः संबोधित करते हुए, कोयला, खान और रेल राज्य मंत्री श्री रावसाहेब पाटिल दानवे ने कहा कि इस नीति से ग्रामीणों को लाभ पहुंचाने के अलावा, एनएलसीआईएल द्वारा ऊर्जा उत्पादन में और वृद्धि होगी। श्री एम.आर.के पनीरसेल्वम, कृषि और किसान कल्याण मंत्री और श्री सी.वी. गणेशन, श्रम कल्याण और कौशल विकास मंत्री, तमिलनाडु सरकार ने भी समारोह में भाग लिया और एनएलसीआईएल से ग्रामीणों को लाभान्वित करने के लिए नई नीति को प्रभावी ढंग से लागू करने का आग्रह किया। इस समारोह में सांसद, विधायक, कोयला मंत्रालय, एनएलसीआईएल के वरिष्ठ पदाधिकारी और ग्रामीण भी शामिल हुए।

एक सरकारी बयान के मुताबिक एनएलसी परियोजना प्रभावित लोगों के कल्याण के लिए पुनर्वास , सीएसआर योजनाओं और कौशल विकास, जल संसाधन वृद्धि और विभिन्न अन्य उपायों जैसे उपायों के माध्यम से पहल करता है।

एनएलसीआईएल ने 1956 में तमिलनाडु में लिग्नाइट खनन और लिग्नाइट आधारित बिजली उत्पादन करता है। कंपनी ने पांच करोड़ टन खनन और 6,061 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के साथ देश में अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज की है।

मनोहर, उप्रेती

वार्ता

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