लखनऊ, 12 अक्टूबर (वार्ता) कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को लखीमपुर खीरी जिले में पिछले सप्ताह हिंसा का शिकार हुये मृत किसानो की अंतिम अरदास कार्यक्रम में हिस्सा लिया और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया।
श्रीमती वाड्रा हिंसा के शिकार चार किसानों और पत्रकार रमन कश्यप की अंतिम अरदास प्रार्थना सभा में शामिल हुईं और अरदास सभा में गुरु ग्रँथ साहिब जी के सामने मत्था टेका और शहीद किसानों नछत्तर सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरविंदर सिंह व दलजीत सिंह और पत्रकार रमन कश्यप की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
उन्होने पत्रकारों के सवाल करने पर कहा “ आज मैं अंतिम अरदास की सभा में आई हूं, इसलिए कुछ बोलूंगी नहीं, हां यह जरूर है की अंतिम सांस तक किसानों की न्याय की लड़ाई लड़ूंगी।”
कांग्रेस महासचिव इस दौरान हिंसा में घायल किसान बलजिंदर सिंह से भी मिली और उनका हालचाल पूछा। श्रीमती वाड्रा का काफिला सुबह आठ बजे लखनऊ एयरपोर्ट से लखीमपुर के लिए निकला था। सीतापुर टोल प्लाजा पर पुलिस ने काफिले को कोविड प्रोटोकाल का हवाला देते हुये रोका। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक हुयी जिसके बाद काफिले में शामिल कुछ गाड़यों को रोक कर काफिले को आगे रवाना कर दिया गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन ने तानाशाही कर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गाड़ियों को जगह-जगह रोक लिया गया, उन्हें जाने नहीं दिया गया। यहां तक कि काफिले को लखीमपुर में तयरूट से डायवर्ट कर भटकाने की कोशिश की गई।
उन्होने कहा ककि भाजपा सरकार ने पूरी कोशिश की कि श्रीमती वाड्रा किसानों की अरदास सभा मे न पहुंच पाए, लेकिन श्रीमती वाड्रा की किसानों के प्रति करुणा और मजबूत इच्छाशक्ति के चलते वह वहां पहुंची और पहुंचकर किसानों को श्रद्धांजलि सभा में श्रद्धांजलि दी l
इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी मौजूद रहे और साथ पहुँचने वालों में प्रमुख रूप से सांसद दीपेंदर हुड्डा, विधायक मसूद अख्तर, विधायक नरेश सैनी, राष्ट्रीय सचिव रोहित चौधरी, तौकीर आलम व प्रदीप नरवाल, पूर्व सांसद जफर अली नकवी, पूर्व मंत्री व मीडिया प्रभारी श्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, प्रिंट मीडिया संयोजक अशोक सिंह, आदि मौजूद थे।
प्रदीप
वार्ता