नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) विपक्ष ने आज राज्यसभा में पिछड़ा वर्ग आयोग, समेत अन्य आयोगों को मोदी सरकार द्वारा कमजोर किये जाने के आरोप लगाते हुए जबरदस्त हंगामा किया जिसके कारण शून्यकाल और प्रश्नकाल पूरी तरह बाधित रहा और भोजनावकाश से पहले कोई काम काज नहीं हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर शून्यकाल और प्रश्नकाल में दो-दो बार कार्यवाही स्थगित हुई। शून्यकाल में समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने और प्रश्नकाल में जनता दल यू के शरद यादव ने पिछड़ा वर्ग आयोग, एससी आयोग, एसटी आयोग और अल्पसंख्यक आयोग को कमजोर किये जाने के आरोप लगाते हुये इस पर नियम 267 के तहत सदन में चर्चा कराने की मांग की। लेकिन सभापति हामिद अंसारी ने श्री यादव को बोलने की अनुमति नहीं दी पर श्री यादव ने शोर शराबे में शैक्षणिक संस्थाओं में पिछड़े वर्ग के खाली पदों को भरने की मांग की। उनका कहना था कि सदन में सभी दलों के लोगों ने नियम 267 के तहत चर्चा करने की मांग की है इसलिए इस पर तत्काल चर्चा होनी चाहिए । श्री अंसारी ने जब उनकी मांग ठुकरा दी तो कांग्रेस सपा बसपा जनता दल यू और वाम दलों के सदस्य आसन के पास आकर नारे बाजी करने लगे। सदन में हंगामे को देख श्री अंसारी ने 12.30 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो श्री यादव फिर अपनी सीट पर खड़े होकर बोलने लगे। उन्होंने कहा कि पूरा सदन इस मुद्दे पर चर्चा करना चाहता है इसलिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर चर्चा शुरू हो लेकिन श्री अंसारी ने उनकी मांग फिर ख़ारिज कर दी। इस बीच विपक्षी दल के सदस्य आसन के पास आकर पहले की तरह फिर हंगामा करने लगे । उधर भाजपा के कुछ सदस्य भी विपक्ष के विरोध में नारेबाजी करने लगे । स्थिति को देख कर श्री अंसारी ने दो बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी अरविन्द, अमित जितेन्द्र जारी वार्ता