नयी दिल्ली, 07 सितम्बर (वार्ता) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि देश के युवाओं में असीम प्रतिभा तथा ऊर्जा है और इसके परिणाम भी सामने आने लगे है लेकिन इन प्रतिभाओं के समुचित विकास एवं उपयोग के लिए प्रयास और तेज किए जाने की जरूरत है।
श्री कोविंद ने शनिवार को यहां पावन चिन्तन धारा चैरिटेबल ट्रस्ट के दो दिवसीय राष्ट्रीय युवा महोत्सव के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ज्ञान-विज्ञान और सूचना प्रौद्योगिकी से लेकर खेल के मैदान तक भारत के बेटे-बेटियों की प्रतिभा ने विश्व समुदाय पर अपनी छाप छोड़ी है।
उन्होंने कहा कि इसी जुलाई में देश की बेटी हिमा दास ने विश्व स्तर की एथलेटिक्स प्रतिस्पर्धाओं में पांच स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया। कुछ ही दिन पहले, पी.वी. सिंन्धू ने बैडमिन्टन विश्व चैंपियनशिप और मानसी जोशी ने पैरा बैडमिन्टन विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि देश के कोने-कोने से लगातार खेल प्रतिभाएं सामने आ रही हैं। खेल-कूद से हमारे अन्दर टीम भावना का संचार होता है। सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता के लिए टीम भावना जगाने वाले ऐसे प्रयासों को बढ़ाने की जरूरत है।
राष्ट्रपति ने कहा “देश को अनुशासन, अपनत्व, आत्म-नियंत्रण और खेल-भावना के गुणों से युक्त बेटे-बेटियों की आवश्यकता है, अपने लक्ष्य को प्राप्त करने का दृढ़ संकल्प रखने वाले युवाओं की जरूरत है। मुझे खुशी है कि पावन चिन्तन धारा आश्रम, ऐसे युवाओं को तैयार करने का प्रयास कर रहा है। राष्ट्र-निर्माण के ऐसे प्रयासों को मैं अपनी शुभकामनाएं देता हूं।’
अभिनव जितेन्द्र
जारी वार्ता