भारतPosted at: Nov 11 2019 9:05PM जेएनयू छात्रों की हॉस्टल फीस वृद्धि के विरोध में प्रदर्शन
नयी दिल्ली, 11 नवंबर (वार्ता) जवारहलाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रों ने हॉस्टल के नियमों में बदलाव और फ़ीस में बेतहाशा वृद्धि का जम कर विरोध किया और जबरदस्त धरना-प्रदर्शन किया।
इन छात्रों ने विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह के मौके पर यह प्रदर्शन आयोजित किया और पुलिस के साथ उनकी जमकर झड़प भी हुयी। गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू आज दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि थे और मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक विशेष अतिथि थे।
दीक्षांत समारोह को देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गयी थी और चारो तरफ बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात थे।
छात्रों ने अपनी मांग को लेकर जम कर नारेबाजी की और पुलिस के साथ झड़प में कई छात्र घायल भी हुए। जवारहलाल नेहरू शिक्षक संघ ने इस घटना के विरोध में आज एक सभा कर एक प्रस्ताव पारित किया जिसमे पुलिस कार्रवाई की कड़ी निंदा की गयी तथा कुलपति से इस्तीफे की मांग की।
शिक्षक संघ ने कहना था कि पुलिस ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया। संघ के अध्यक्ष डी के लोबियल और सचिव सुरजीत मजूमदार ने हॉस्पिटल की फीस तत्काल वापस लेने की मांग की। संघ के अनुसार कई घायल छात्रों को इलाके के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है।
इससे पहले जवारहलाल नेहरू विश्वविद्यालय के हड़ताली छात्रों ने आज मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से मिलकर उनसे हॉस्टल फीस वृद्धि आदि के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
डॉ निशंक ने इन छात्रों की समस्याओं को गौर से सुना और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर सकारात्मक ढंग से विचार किया जाएगा।
गौरतलब है कि यह छात्र पिछले 15 दिन से फ़ीस में वृद्धि को लेकर धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। आज इन छात्रों ने इतना जबरदस्त प्रदर्शन किया कि पुलिस के साथ उनकी झड़प हो गयी। पुलिस ने चारोें तरफ बैरिकेडिंग कर दी थी।
छात्रों के कहना है कि कम से कम 40 प्रतिशत छात्र आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते है और फ़ीस बढ़ जाने से उनके लिए यहां अध्ययन करना मुश्किल हो जाएगा। इस बीच जवारहलाल नेहरू शिक्षक संघ ने भी इन छात्रों के आंदोलन का समर्थन किया है। जेएनयू प्रशासन ने न केवल हॉस्टल की फीस बढ़ाई है बल्कि हॉस्टल संबंधी नियमों में भी बदलाव किया है जिसके खिलाफ यह छात्र विरोध कर रहे हैं।
अरविन्द.श्रवण
वार्ता