लखनऊ, 14 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के माध्यम से अधिकतम रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
श्री योगी ने कहा है कि ‘एक जनपद-एक उत्पाद’ योजना और ‘कौशल विकास मिशन’ को आम जनता तक पहुंचाने की कार्ययोजना बनायी जाए। उन्होंने ‘एक जनपद-एक उत्पाद मार्जिन मनी योजना’ एवं ‘विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना’ के तहत विभिन्न ट्रेडों को मिलाकर प्रत्येक जिले में औसत रूप से 500 लाभार्थियों को चिन्हित करने के भी र्देश दिए हैं। इन योजनाओं के सम्बन्ध में एक कैलेण्डर बनाकर समयबद्ध ढंग से कार्रवाई करते हुए प्रत्येक जिले में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश गुरुवार शाम यहां लोक भवन में सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के प्रस्तुतिकरण के अवसर पर दिए। उन्होंने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ गरीब, जरूरतमंद और हुनरमंद को प्रत्येक दशा में दिलाए जाए। उन्होंने कहा कि इससे आर्थिक स्वावलम्बन और स्वरोजगार की दिशा में लोग आगे बढ़ेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एक जनपद-एक उत्पाद मार्जिन मनी योजना के साथ-साथ विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, ओडीओपी कौशल उन्नयन एवं टूल किट योजना से ज्यादा से ज्यादा लोगों को आच्छादित कराया जाए। उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प विपणन प्रोत्साहन योजना, हस्तशिल्पियों के कौशल विकास प्रशिक्षण योजना, विशिष्ट हस्तशिल्प पेंशन योजना से कारीगरों तथा हस्तशिल्पियों के उत्थान की कार्रवाई की जाए। इसी प्रकार सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों के अवस्थापना विकास सम्बन्धी कार्यों में भी तेजी लायी जाए। जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केन्द्रों का आधुनिकीकरण सुनिश्चित हो।
इस मौके पर सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग के सचिव भुवनेश कुमार ने मुख्यमंत्री को विभागीय कार्यों, उपलब्धियों और लक्ष्यों से अवगत कराते हुए बताया कि निर्यात प्रोत्साहन से सम्बन्धित योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। एक जनपद एक उत्पाद कार्यक्रम के तहत लखनऊ सहित विभिन्न जिलों में 07 समिट आयोजित किए जा चुके हैं। इनके माध्यम से 1,91,191 लाभार्थियों को 18344.87 करोड़ रुपए के ऋण वितरित किए गए हैं। आने वाले समय में ऐसे ही अन्य समिट भी आयोजित किए जाएंगे। विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत विभिन्न ट्रेडों में 7,774 प्रशिक्षण एवं टूल किट वितरण किया गया है।
इस अवसर पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, मुख्य सचिव डाॅ0 अनूप चन्द्र पाण्डेय, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस पी गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
त्यागी
वार्ता