नयी दिल्ली/रुड़की, 06 मई (वार्ता) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की के जल संसाधन विकास और प्रबंधन विभाग (डीडब्लयूआरडी एंड एम) में पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (पीएफएस) की वित्तीय सहायता से पेयजल गुणवत्ता प्रयोगशाला विकसित की जाएगी।
कंपनी आईआईटी रुड़की में प्रस्तावित प्रयोग शाला के लिए ‘इलेक्ट्रिकल रेसिस्टिविटी टोमोग्राफी (ईआरटी)’ नामक एक उपकरण खरीदने के लिए वित्तीय सहायता देगी। पीएफएस नवीकरणीय ऊर्जा, पारेषण और वितरण सहित विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए वित्तीय समाधान प्रदान करती है।
आईआईटी रुड़की की एक विज्ञप्ति में कहा गया है,“ पीटीसी इंडिया फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (पीएफएस) ने आईआईटी रुड़की में जल संसाधन विकास और प्रबंधन विभाग (डीडब्लयूआरडी एंड एम) में पेयजल गुणवत्ता प्रयोगशाला विकसित करने के लिए इस परियोजना में सहायता करने का निर्णय किया है। यह योगदान कंपनी की सामाजिक दायित्व (सीएसआर) नीति के तहत किया जा रहा है।
विज्ञप्ति में कहा गया है कि आईआईटी रुड़की ने भारत सहित अधिकांश अफ्रीकी-एशियाई देशों के सामने पेयजल और स्वच्छता को जल क्षेत्र की एक प्रमुख चुनौती के रूप में पहचाना है। बयान के अनुसार पेयजल और गुणवत्ता प्रयोगशाला में अपशिष्ट जल, मीठे पानी, मिट्टी और अपशिष्ट नमूनों के परीक्षण की आवश्यकता होती है। आईआईटी रुड़की में सतही जल प्रदूषण और भूजल संसाधनों के अत्यधिक दोहन के कारण प्रभावित जल के विश्लेषण और निगरानी के लिए पेयजल गुणवत्ता प्रयोगशाला स्थापित कर रहा है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर के.के.पंत ने कहा,“यह परियोजना मौजूदा पेयजल और गुणवत्ता प्रयोगशाला के लिए परीक्षण सुविधाओं को बढ़ाएगी। आईआईटी रुड़की समाज के आसपास साफ पानी और स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। ईआरटी उपकरणों के साथ परीक्षण सुविधा बढ़ाकर हमारी पेयजल गुणवत्ता प्रयोगशाला हमारे छात्रों को एम टेक कार्यक्रम में प्रशिक्षित करने और बड़े पैमाने पर अनुसंधान एवं विकास और समाज का सहयोग करने में सक्षम करेगी। ”
पीएफएस के एमडी और सीईओ डॉ पवन सिंह ने कहा,“ इस सामाजिक दायित्व के कार्य के माध्यम से आईआईटी रुड़की डेवलपमेंट फाउंडेशन (आईआईटीआरडीएफ) के साथ संयुक्त राष्ट्र एसडीजी लक्ष्य संख्या 6-स्वच्छ जल और स्वच्छता को सक्षम करने वाली पेयजल गुणवत्ता प्रयोगशाला स्थापित करने में सहायता के लिए साझेदारी करके हमें प्रसन्नता हो रही है। यह उपकरण भूजल गुणवत्ता के परीक्षण पर फील्डवर्क में मदद करेगा और कौशल निर्माण के लिए एम टेक कार्यक्रम का सहयोग करेगा और वैज्ञानिक परीक्षण विधियों के साथ स्थानीय समाज का भी सहयोग करेगा। हम आईआईटी रुड़की के साथ दीर्घकालिक साझेदारी बनाने के लिए उत्साहित हैं। ”
डब्ल्यूआरडीएंडएम के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर आशीष पांडे ने कहा एचओडी ने कहा,“ सतत पेयजल आपूर्ति समाज की मूलभूत आवश्यकताओं में से एक है। भविष्य के विकास के लिए जल आपूर्ति स्रोत की पहचान और इसकी दीर्घकालिक व्यवहार्यता का आकलन महत्वपूर्ण है। पीटीसी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड द्वारा समर्थित लैब सुविधा भूजल अन्वेषण, भूवैज्ञानिक स्तरीकरण और भूजल संदूषण में मदद करेगी। उपकरण स्थानीय जल आपूर्ति के मुद्दों को हल करने और इंजीनियरों/हितधारकों को प्रशिक्षित करने में मदद करेगा। विकसित प्रयोगशाला सुविधा संस्थान के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को विशेष रूप से पेयजल और स्वच्छता (डीडब्ल्यूएस) कार्यक्रम में मदद करेगी। ”
मनोहर.श्रवण
वार्ता