लोकरुचिPosted at: Feb 14 2017 5:13PM रेडियो का इतिहास एवं महत्व पर सुक्ष्म पुस्तिका का प्रकाशन
उदयपुर , 14 फरवरी (वार्ता) राजस्थान में उदयपुर के सूक्ष्म वस्तुओं के शिल्पकार चन्द्रप्रकाश चित्तौडा ने रेडियो के इतिहास एवं महत्व पर सूक्ष्म पुस्तिका का प्रकाशन किया हैं। श्री चित्तौड़ा ने विश्व रेडियो दिवस के अवसर पर प्रकाशित रेडियो विषय पर 94 पृष्ठीय रंगीन सुक्ष्म पुस्तिका दो इंच गुणा तीन इंच साइज में प्रकाशित कर रेडियो के करीब 50 तरह के विभिन्न मॉडल के रंगीन फोटो भी प्रकाशित किये है। उन्होंने बताया कि सन 1894 में इटली के वैज्ञानिक मारकोनी द्वारा आरम्भ किए गए पहला पूर्व टेलीग्राफी रेडियो सिस्टम जो कि सेना एवं नौसेना में इस्तेमाल किया गया, वर्ततान परिवेश में भी जरूरत है। उन्होंने बताया कि आज की डिजिटल दुनिया में जहां लोग मनोरंजन के लिए फेसबुक, वाट्सअप, ईमेल पर पर व्यस्त रहने से उनका बहुत सारा समय इसी में व्यर्थ हो जाता है। जबकि रेेडियो सुनने से आदमी का समय खराब नहीं होता है क्योंकि आदमी रेडियो सुनते हुए अपना काम भी जारी रख सकता है और रेडियो के माध्यम से उसका मनोरंजन भी होता रहता है। रामसिंह अजय गोस्वामी वार्ता