जौनपुर, 22 मई(वार्ता)उत्तर प्रदेश के जौनपुर में शुक्रवार को कार्यकर्ताओ ने महान समाज सुधारक राजा राम मोहन राय का 248 वां जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओ ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती व अगरबत्ती जलायी ।
रानी लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने यहां कहा कि समाज सुधारक और ब्रह्म समाज के संस्थापक श्री राय का जन्म बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गाँव में 22 मई 1772 को एक रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा पूरा करने के बाद वे समाज सेवा का कार्य करने लगे । भारत में पुनर्जागरण के जनक कहे जाने वाले राजा राम मोहनराय ने महिलाओ के अधिकारों के लिए संघर्ष किया ।
उन्होंने बताया कि श्री राय सती प्रथा के खिलाफ थे , इसलिए वे सती प्रथा जैसी कुरीति के उन्मूलन व विधवा पुनर्विवाह का मार्ग प्रशस्त किया था। श्री राय मूर्ति पूजा , कट्टरपंथी ,धार्मिक कर्मकांडों , धर्मान्धता और अंधविस्वास के खिलाफ थे । उन्होंने कहा कि श्री राय ने पत्रकारिता के क्षेत्र में संवाद कौमुदी , मिरात-उल -अखबार व बंगाल दूत जैसे समाचार पत्रों का सम्पादन किया ।
श्रीमती कौर ने कहा कि श्री राय ने 19 वीं सदी में सामाजिक सुधार किया था , 20 वीं सदी में उसकी गति धीमी पड़ गई , सुधारक का कार्य करते हुये श्री राय 27 सितम्बर 1833 को इस संसार को छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए।
सं भंडारी
वार्ता