जयपुर, 22 अप्रैल(वार्ता) राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि राजस्थान को योग और आयुर्वेद का बड़ा केंद्र बने इसके लिये राज्य सरकार ने करीब ढाई हजार करोड रूपये खर्च किये है।
श्रीमती राजे ने आज करौली में पंतजलि योगपीठ की राजस्थान शाखा और आचार्य कुलम शिक्षण संस्थान के भूमि पूजन तथा शिला न्यास समारोह में कहा कि राजस्थान को योग और आयुर्वेद का केन्द्र बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि करौली में योग गुरु बाबा रामदेव की प्रेरणा से संचालित संस्थाओं द्वारा किया जा रहा निवेश इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा कि योग गुरु बाबा रामदेव ने करौली जैसे पिछड़े जिले में निवेश की चुनौती को स्वीकार किया है, जिससे पूरे राजस्थान के लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि करौली आने वाले समय में मां कैलादेवी और मदनमोहन जी के साथ-साथ योग एवं आयुर्वेद के लिए भी जाना जाएगा।
करौली में विकास की चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि करौली जिले में सरकार ने साढ़े तीन हजार करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्य करवाए हैं। करौली में रेलवे की ब्रॉडगेज लाइन लाने के लिए डीपीआर पूरी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि करणपुर से कैलादेवी मंदिर सड़क के सुदृढ़ीकरण का काम शीघ्र पूरा करवाने, गदका की चौकी से कैलादेवी के लिए पदयात्रा मार्ग को सुधारकर इसका सुदृढ़ीकरण कार्य एवं गदका की चौकी से कैलादेवी के लिए सीसी रोड स्वीकृत की गई है, जिसका शीघ्र निर्माण करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी धर्मों के प्रमुख धार्मिक स्थलों का विकास एवं महापुरूषों के पैनोरमा का निर्माण करवा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 600 करोड़ रुपए खर्च कर 125 मंदिरों का विकास करवाया गया है। साथ ही महापुरूषों एवं लोकसंतों की याद में 40 पैनोरमा का निर्माण भी करवाया जा रहा है।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि आगामी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वे कोटा में योग शिविर का आयोजन करेंगे। उन्होंने कहा कि करौली में आचार्य कुलम शिक्षण संस्थान, पतंजलि योगपीठ की शाखा, हर्बल गार्डन, आयुर्वेदिक हॉस्पिटल एवं गौशाला सहित जिन कार्यों का शिलान्यास किया गया है, वे कार्य एक वर्ष में पूरे कर दिए जाएंगे।
इस अवसर पर बाबा रामदेव ने श्रीमती राजे सहित लोगों को कपालभांती एवं अनुलोम-विलोम सहित अन्य योग क्रियाओं का अभ्यास कराया।
अजय अशोक
वार्ता