वाराणसी, 24 फरवरी (वार्ता) उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री एवं सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने लोक सभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर दबाव बनाने का आखिरी दाव चलते हुए ‘महारैली’ कर ‘ताकत’ दिखायी और चेतावनी दोहरायी कि मांगें नहीं मानी गईं तो उनकी पार्टी गठबंधन को अलविदा कह देगी।
वाराणसी के कटिंग मोमोरियल मैदान में रविवार को आयोजित रैली में अच्छी-खासी भीड़ से देख गदगद श्री राजभर ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी ‘कथनी और करनी’ में अंतर है। उनकी पार्टी के सहयोग से विधानसभा चुनाव में सफलता हासिल कर सरकार बनाने के बाद तमाम नेता 27 फीसदी आरक्षण में अतिपिछड़ों हिस्सेदारी वादा नहीं निभाने की जिम्मेवारी से बच निकलना चाहते हैं। लेकिन वह ऐसा नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार में गरीबों का काम नहीं हो रहा है, जिससे वे खासे परेशान हैं। उनकी हर मोर्चे पर लगतार अनेदेखी भाजपा को भारी पडेगी, यह उसे भी समझाना चाहिए।
श्री राजभर ने कहा कि आरक्षण में विभाजन के अलावा शराब बंदी उनकी प्रमुखों मांगों में शमिल है, जिसे वे बार-बार हर मोर्चे पर उठाते आ रहे हैं। लेकिन उनकी मांगों को तवज्जों नहीं दी जा रही। युवाओं को बर्बाद कर रही शराब पर गुजरात, बिहार समेत कई राज्यों मे पूर्ण रुप से प्रतिबंधित है जबिक उत्तर प्रदेश सरकार की नीतियों से उसे बढ़ावा मिल रहा। यह बेहद गंभीर मामला है तथा उनकी पार्टी अपनी इन मांगों से एक कदम भी पीछे नहीं हटेगी तथा वह कुर्बानी देने को तैयार है। जनता से किया अपना वादा निभाने के लिए वह संभव उपाये करेंगे।
रैली को संबोधित करते हुए प्रदेश महासचिव शशि प्रताप सिंह समेत कई नेताओं ने अपनी पार्टी का इरादा जाहिर किया। उन्होंने कहा कि लोक सभा चुनाव में गठबंधन का प्रमुख सहयोगी के होने के नाते प्रदेश में वह पांच लोक सभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती। नेताओं ने इसे जायज बताते हुए कहा कि वह कोई भीख नहीं मांग रहे हैं, बल्कि अपना हक मांग रहे हैं। इसमें क्या बुराई है।
गौरतलब है कि श्री राजभार अपनी ही सरकार एवं गठबंधन के प्रमुख दल भाजपा पर लगातार निशाना साधते रहे हैं। माना जाता है कि लोक सभा चुनाव में अधिक से अधिक सीटों की अपनी मांग मनवाने के लिए बराबर दवाब बना रहे हैं।
बीरेंद्र त्यागी
वार्ता