नयी दिल्ली, 07 मई (वार्ता)छत्तीसगढ के सुकमा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) के 25 जवानों के शहीद होने के बाद नक्सलियों पर नकेल कसने के लिए सरकार ने नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की सोमवार को यहां एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। राजधानी के विज्ञान भवन आयोजित इस बैठक की अध्यक्षता गृहमंत्री राजनाथ सिंह करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ, आंध प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, बिहार, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है। बैठक में श्री सिंह के अलावा रेल मंत्री सुरेश प्रभु और नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा, ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बिजली मंत्री पीयूष गोयल तथा दूरसंचार मनोज सिन्हा के अलावा गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, राज्यों के मुख्य सचिव और नक्सल प्रभावित पुलिस महानिदेशक आदि शामिल होंगे। दो सत्रों में चलने वाली इस बैठक में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई और गुप्तचर तंत्र को मजबूत बनाने और भारतीय रिजर्व बटालियन और विशेष भारतीय रिजर्व बटालन के गठन आदि एवं विकास कार्यों को तेज करने पर लम्बित योजनाओं को पूरा करने आदि के बारे में विचार विमर्श किया जाएगा। बैठक में नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई करने की नयी रणनीति बनाने पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा ताकि 2016 की तरह इस वर्ष और भविष्य में भी नक्सलियों पर नकेल कसने में सफलता मिल सके। सरकार नक्सलवाद से निपटने के लिए हर तरह के कदम उठा रही है जिसमें सुरक्षा के अलावा विकास कार्य तथा स्थानीय आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करना तथा उन्हें न्याय प्रदान करना भी शामिल है। सुकमा की घटना के बाद से केंद्र सरकार और राज्य सरकार की एक बार फिर इस तरह की आलोचना की जाने लगी थी कि नक्सली हिंसा को काबू पाने में सरकार की मशीनरी विफल रही है इसीलिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने जरूरी है और इस समस्या को रोकने के लिए नए तरह की रणनीति बनाया जाना आवश्यक है। अरविंद अभिनव आशा वार्ता