चित्रकूट, 30 दिसम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांगों के लिए रामभद्राचार्य जी प्रेरणा श्रोत है ।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए श्री योगी ने सोमवार को यहां कहा कि दिव्यांगता कोई अभिशाप नहीं है। श्री रामभद्राचार्य ने दिव्यांग विश्व विद्यालय की स्थापना करके उनको सम्मान के साथ जीने और आम इंसान की तरह अपने मन मस्तिष्क का प्रयोग कर समाज की मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया है।
श्री योगी ने बार-बार रामभद्राचार्य द्वारा चलाए जा रहे दिव्यांग विश्वविद्यालय में किए जा रहे उनके कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए रामभद्राचार्य जी प्रेरणा श्रोत है।
कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह को बतौर मुख्य अतिथि आना था,लेकिन मौसम खराब होने के कारण वह दिल्ली से नहीं आ सके । इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण में दी।
इस मौके आजीवन कुलाधिपति रामभद्राचार्य जी ने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं को उपाधि ज्ञापित करते हुए उन्हें अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है। उन्होंने कहा यह दीक्षांत है, तो क्या दीक्षा का अंत है, क्या हम दीक्षा का अंत करने के लिए समारोह कर रहे हैं कदापि नहीं यहां अंत का अर्थ है स्वरूप। इसी दीक्षा का अंत अर्थात स्वरूप समझाने के लिए विश्वविद्यालयों में यह समारोह किया जाता है ,जिसमें स्नातक परास्नातक पीएचडी एवं डिलीट उपाधि धारक दीक्षा का स्वरूप समझ सके।
सं त्यागी
जारी वार्ता