रत्नागिरी, 18 जुलाई (वार्ता) श्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना को बड़ा झटका देते हुए वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया ।
मुख्यमंत्री बने श्री एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद, शिव सेना के कई नेता विद्रोही नेता श्री शिंदे का समर्थन कर रहे हैं और अब रत्नागिरी के वरिष्ठ नेता श्री कदम शिव सेना प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
दिलचस्प बात यह है कि श्री कदम के पुत्र एवं गिहागर-दापोली के विधायक योगेश कदम, पहले से ही श्री शिंदे के शिविर में हैं।
पिछले कई दिनों से श्री कदम, श्री ठाकरे की कार्यशैली से नाखुश थे, लेकिन उनके पुत्र ने भी विद्रोही समूह का समर्थन किया लेकिन श्री कदम, श्री ठाकरे का समर्थन कर रहे थे। श्री कदम को विधान परिषद का टिकट नहीं मिला। वह दिवंगत शिव सेना प्रमुख बाल ठाकरे के सक्रिय शिवसैनिक थे और 2005 से 2009 के दौरान विपक्ष के नेता थे, जबकि देवेंद्र फडनवीस सरकार में पर्यावरण मंत्री थे।
श्री ठाकरे को लिखे अपने त्याग पत्र में, श्री कदम ने दावा किया कि दिवंगत श्री बाल ठाकरे ने उन्हें शिव सेना नेता के रूप में चुना था, लेकिन उनके (बाला साहब ठाकरे) के निधन के बाद, किसी भी पद का कोई मूल्य नहीं था, जबकि मुख्यमंत्री बनने के बाद, श्री ठाकरे उनके (श्री कदम) और अन्य वरिष्ठ नेताओं को विश्वास में लेना चाहिए था।
श्री कदम ने अपने पत्र में यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उन्होंने (उद्धव ठाकरे) संवाददाताओं के सामने बात नहीं करने का आदेश क्यों दिया।
त्रिपाठी.श्रवण
वार्ता