लखनऊ, 12 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेश (डीजीपी) एच सी अवस्थी अधिकारियों को छोटी से छोटी घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने के साथ साम्प्रदायिक सद्भाव एवं समरसता बिगाडने वालो को चिन्हित कर उन पर रासुका तथा गैगेंस्टर के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि श्री अवस्थी ने सभी पुलिस अधिकारियों को सम्प्रदायों के बीच सूक्ष्म से सूक्ष्म घटनाओं के घटित होने के फलस्वरूप आपसी सौहार्द एवं सामाजिक समरसता को बनाये रखने के लिए प्रभावी कार्रवाही करने के लिये समय-समय पर मुख्यालय स्तर से निर्गत निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करते हुए छोटी से छोटी घटनाओं को तत्काल संज्ञान में लेते हुए इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति की रोकथाम के लिए दिशा-निर्देश जारी किये है।
उन्हाेंने कहा कि किसी भी छोटी से छोटी घटना को संज्ञान में लेकर यथाशीघ्र समुचित वैधानिक एवं प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई की जाये, जिससे कि कोई अप्रिय घटना घटित न/न होने पाये। ऐसे असमाजिक तत्वों को चिन्हित कर लिया जाये, जिनकी गतिविधियों से साम्प्रदायिक सद्भाव एवं समरसता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, उनके सम्बन्ध में आसूचना का संकलन विभिन्न श्रोतों से संकलित कर उनका मूल्यांकन करते हुए, उनके विरूद्ध दण्ड़ प्रक्रिया संहित एवं एन.एस.एस./गैंगेस्टर/अन्य सुसंगत प्राविधानों के अनुसार निरोधात्मक कार्रवाई की जाये।
प्रवक्ता के अनुसार डीजीपी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों पर समुचित पुलिस व्यवस्था करते हुए सीसीटीवी कैमरा अन्य सुरक्षा उपकरण, यातायात व्यवस्था आदि के साथ-साथ ड्रोन कैमरों से भी निगरानी रखी जाये। किसी भी प्रकार की अफवाहों का तत्काल खण्ड़न करने की कार्यवाही की जाये, विशेषरूप से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मो ट्वीटर, फेसबुक, वाट्सएप्प आदि पर फैलने वाली अफवाहों, आपत्तिजनक टिप्पणियों, भड़काऊ संदेशों आदि पर निरन्तर निगरानी रखकर सतर्क दृष्टि रखी जाये। आपत्तिजनक पोस्टों का खण्ड़न करते हुए तत्काल विधिक कार्यवाही की जाये।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र के संभ्रान्त व्यक्तियों, पीस कमेटी के सदस्यों, एस-10 के सदस्यों एवं डिजिटल वालिंटियर का अपेक्षित सहयोग लिया जाये। आवश्यकतानुसार जिले व थाना स्तर पर पीस कमेटियों का आयोजन किया जाये।
त्यागी
वार्ता