देहरादून, 04 सितम्बर (वार्ता) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कुपोषण मुक्ति अभियान के तहत गोद ली हुई अपनी बच्ची योगिता के देहरादून के अजबपुर कलां स्थित घर बुधवार को पहुंचे और उसके बारे में जानकारियां हासिल की।
श्री रावत आज सुबह लगभग नौ बजे योगिता के घर पहुंचे और उसके माता-पिता से उनके पोषण, खानपान और दिनचर्या के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वर्तमान समय में योगिता के वजह और और उसके वजह को किस तरह से बढ़ाया जाए इस बारे में भी जानकारी ली। मौजूदा समय में वजन साढ़े आठ किलोग्राम और यदि तीन महीने में उसका वजह नौ किलोग्राम और छह सौ ग्राम हो जाता हो जात है, तो वह कुपोषण मुक्त हो जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को कुपोषण से मुक्त करने के लिए पोषण अभियान के तहत जन प्रतिनिधियों, अधिकारियों ने मंगलवार को कुपोषित बच्चों को गोद लिया है। उन्होंने बताया कि अभी तक 94 अधिकारियों ने कुपोषित बच्चों को गोद लिया है। राज्य सरकार द्वारा कुपोषित बच्चों को उत्तम आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जन जागरूकता तथा समाज के सहयोग से उत्तराखण्ड को कुपोषण मुक्त बनाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि सभी कुपोषित बच्चों की निरन्तर निगरानी की जायेगी। इस अभियान को सफल बनाने के लिए जनप्रतिनिधि, अधिकारी तथा समाज सेवी संस्थाएं आगे आ रही हैं। इस अवसर पर देहरादून के महापौर सुनील उनियाल गामा भी उपस्थित थे।
सं. संतोष
वार्ता