मुम्बई 01 अप्रैल (वार्ता) बीते सप्ताह तेजी में रहे शेयर बाजार की दिशा अगले सप्ताह वाहन बिक्री,सेवा क्षेत्र और विनिर्माण क्षेत्र के आंकड़ों के साथ रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक से तय होगी। इसके अलावा शेयर बाजार पर वैश्विक रुख, विदेशी संस्थागत निवेशकों और घरेलू संस्थागत निवेशकों के रूझान तथा रुपये की चाल पर भी निर्भर होगी। कच्चे तेल के उतार-चढाव और राजनीतिक उथल-पुथल का प्रभाव भी बाजार पर दिखेगा।
आलोच्य सप्ताह के दौरान वैश्विक तेजी से बल पाकर बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.14 प्रतिशत यानी 372.14 अंक की छलांग लगाकर 32,968.68 अंक पर बंद हुआ। एनएसई का निफ्टी भी 1.23 प्रतिशत यानी 123.25 अंक की तेजी में 10,121.30 अंक पर बंद हुआ। दिग्गज कंपनियों के विपरीत मंझोली और छोटी कंपनियों में बिकवाली हावी रही। बीएसई का मिडकैप 0.53 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 0.92 प्रतिशत की गिरावट में रहा।
आगामी सप्ताह आरबीआई के मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक 4-5 अप्रैल को होनी है। यह वित्त वर्ष 2018-19 की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक है। ऐसा अनुमान है कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा। इसके अलावा अगले सप्ताह निक्की का विनिर्माण आंकड़ा दो अप्रैल और सेवा क्षेत्र की गतिविधियों का आंकड़ा चार अप्रैल को जारी होना है। वाहन बिक्री के आंकड़े भी शेयर बाजार को प्रभावित करेंगे।
आगामी सप्ताह निफ्टी 50 से तीन दिग्गज कंपनियां बाहर हो जायेंगी। अंबुजा सीमेंट, अरविंदो फार्मा और बोश की जगह दो अप्रैल से बजाज फिनसर्व, ग्रासीम इंडस्ट्रीज और टाइटन निफ्टी 50 में होंगी।
समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान तीन दिन कारोबार हुआ। गुरुवार और शुक्रवार को महावीर जयंती और गुड फ्राइडे के मौके पर बाजार में कारोबार बंद रहा।
सप्ताह के पहले दिन सोमवार को अमेरिका और चीन के बीच तनावों के कम होने की दिशा में दोनों देशों के प्रयास की खबरों के बीच निवेशकों ने जमकर लिवाली की जिससे अधिकतर विदेशी बाजारों के साथ घरेलू शेयर बाजार में भी जबरदस्त तेजी दर्ज की गयी। इस दिन सेंसेक्स 469.87 अंक की तेजी में 33,000 के आंकड़े के पार 33,066.41 अंक पर और निफ्टी 132.60 अंक की बढ़त के साथ 10,000 के अांकड़े के पार 10,130.65 अंक पर बंद हुआ।
मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन और व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लाइटाइजर ने चीन के नवनियुक्त उप प्रधानमंत्री को लिउ हे को पत्र लिखा है और उन्हें इस तनाव को कम करने की दिशा में चीन को कुछ कदम उठाने की सलाह दी है। अमेरिका द्वारा चीन के 60 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाने के बावजूद चीन का रुख अपेक्षाकृत नरम रहा है और अब अमेरिका द्वारा नरमी के संकेत देने से निवेशकों का भरोसा लौटा है।
मंगलवार को विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच बैंकों के साथ टीसीएस, एलएंडटी और मारुति सुजुकी के शेयरों में लिवाली से सेंसेक्स लगातार दूसरे दिन हरे निशान में रहा और यह 0.33 प्रतिशत यानी 107.98 अंक की तेजी के साथ 33,174.39 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स जहाँ पूरे दिन बढ़त में रहा, वहीं निफ्टी ज्यादातर समय लाल निशान में रहा और अंतत: गत दिवस के 10,184.15 अंक पर ही सपाट बंद हुआ।
बुधवार को वैश्विक बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस और आईटीसी जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से चालू वित्त वर्ष के अंतिम कारोबारी दिवस पर घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट रही। सेंसेक्स 0.62 प्रतिशत यानी 205.71 अंक टूटकर 32,968.68 अंक पर और निफ्टी 0.69 प्रतिशत यानी 70.45 अंक की गिरावट में 10,113.70 अंक पर बंद हुआ।
अर्चना
जारी वार्ता