अलवर, 17 जनवरी (वार्ता) राजस्थान के पूर्व नि:शक्तजन आयुक्त खिल्लीमल जैन ने मूक बधिर बालिका के साथ हुई 11 जनवरी की घटना को लेकर कहा है कि सरकार अपनी जांच का दायरा जिस तरह से रख रही है, उसे रखे लेकिन एक मूक बधिर बालिका किस तरह इस राज खोलने के लिये तैयार होगी, इसके लिये एक्सपर्ट की भी सहायता ली जाये।
श्री जैन ने बताया कि कोई भी मूक बधिर इंसान हो, अगर उसके साथ कोई घटना घटती है तो उससे जानकारी लेने के लिये सरकार को ऐसा ही माहौल तैयार करना होगा। उन्होंने बताया कि अभी बालिका का अस्पताल में ईलाज चल रहा है, जब अस्पताल से छुट्टी मिले तो बच्ची का पूर्ण संरक्षण हो, सुरक्षा हो, जयपुर मेेंं ही पुनर्वास हो तथा उसे जयपुर में ही किसी स्कूल अथवा के संस्था के माध्यम से स्पीच थैरेपी दी जाये। इस कार्य में वक्त जरूर लगेगा लेकिन इसका नतीजा सही सामने आने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि इस बालिका की दो छोटी बहिनें हैं जिनसे भी इस बारे में पुलिस को भी सिविल ड्रैस में और गुप्त तरीके जानकारी प्राप्त करनी चाहिये ताकि मामले का राजफॉश हो सके।
जैन रामसिंह
वार्ता