चेन्नई ,24 नवंबर (वार्ता) तमिलनाडु की विपक्षी पार्टी द्रमुक के प्रमुख एम के स्टालिन ने उच्चतम न्यायालय में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से पेश हलफनामे को देखते हुए पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सभी सात आजीवन करावास सजाभेगियों की रिहाई के संबंध में मंगलवार को यहां राज्यपाल बनवारील पुरोहित को ज्ञापन दिया।
श्री स्टालिन ने श्री पुरोहित को यहां राजभवन मेंं ज्ञापन सौंपकर कहा कि द्रमुक लगातार सभी सात सजा भेगियों-नलिनी, वी श्रीहरण उर्फ मुरुगन, संतन, एजी पेरारीवलन, जयकुमार, राॅबर्ट प्यास और पी रविचंद्रन को रिहा करने की मांग कर रही है क्योंकि इन सभी ने आजीवन कारावास की ना जाने कितनी गुनी सजा भुगत ली है। लगभग 30 वर्षों तक कारावास की अंतहीन पीड़ा का वे सभी सामना कर रहे हैं।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए श्री स्टालिन ने कहा,“श्री पुरोहित ने इस मामले में कानूनी मुद्दों को समझाया और अपनी ओर से हमने अपना रुख भी समझाया।” उन्होंने दोषी ठहराए गए अन्नाद्रमुक कार्यकर्ता की रिहाई का भी हवाला दिया जो धर्मपुरी बस जलने के मामले का सजाभोगी था और राज्यपाल से मानवीय आधार पर अनुरोध किया कि वे सभी सातों सजायाफ्ता लोगों की सजा को अब माफ कर दें।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल के इस संबंध में उचित कार्रवाई के प्रति आश्वासन को लेकर पूरी तरह संतुष्ट हैं।
संजय जितेन्द्र
वार्ता