बिजनेसPosted at: Nov 20 2023 10:13PM रेलीगेयर एंटरप्राइजेज ने ईशॉप मामले में चेयरमैन डॉ रश्मी सलूजा का बचाव किया
नयी दिल्ली, 20 नवंबर (वार्ता) वित्तीय बाजार, निवेश और बीमा जैसे विविध क्षेत्रों में कार्यरत दिल्ली की कंपनी रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल ने ईशॉप (कर्मचारी स्टॉक विकल्प योजना) के आवंटन में कथित गड़बड़ी के अरोपों का सामाना कर रहीं चेयरमैन डॉ रश्मी सलूजा का सोमवार को बचाव करते हुए कहा कि उन्हें केयर हेल्थ इंश्योरेश के शेयरों (ईशॉप) का आवंटन नियामानुसार एवं पारदर्शी तरीके से किया गया था।
रेलीगेयर इंटरप्राइजेज बोर्ड की ओर से जारी एक विस्तृत बयान में कहा गया है कि ये आवंटन बीमा नियामक आईआरडीएआई के दिशानिर्देशों के पूर्ण अनुरूप थे। केयर हेल्थ इंश्योरेंस रेलीगेयर एंटरप्राइजेज की अनुषंगी है। बयान में कहा गया है उन्हें ईशॉप योजना के तहत शेयर आवंटन एक कर्मचारी/कार्यकारी निदेशक और रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) के अध्यक्ष के नाते किया गया था न कि बीमा कंपनी के गैर कार्यकारी चेयरमैन के नाते।
इसमें उन्हें रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के नाते जून, 2022 में 2.27 करोड़ शेयर कुछ शर्तों के साथ 45.32 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदने का विकल्प दिया गया था। जबकि बीमा कंपनी के 12.5 प्रतिशत शेयर ईशॉप योजना के तहत आवंटित करने के लिए रखे गए थे।
रेलीगेयर एंटरप्राइजेज के बोर्ड का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि निवेश परामर्श कंपनी इनगवर्न ने एक हालिया रिपोर्ट में कंपनी की चेयरमैन पर निहित स्वार्थ का मुद्दा उठाते हुए कहा है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन करते हुए बीमा कंपनी से नाजायज फायदा उठाया है।
रेलीगेयर संटरप्राइजेज में डाबर समूह के प्रवर्तकों की कुल मिलाकर 21.24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। उन्होंने कंपनी में 26 प्रतिशत तक हिस्सेदारी करने के लिए शेयरधारकों से एक खुली पेशकश के तहत शेयर खरीदने की घोषणा की है।
इनगवर्न की रिपोर्ट में यह संकेत दिया गया है कि डॉ. रश्मी सलूजो को ईशॉप के तहत आवंटन आईआरडीएआई की अस्वीकृति और आरईएल शेयरधारक की मंजूरी के बिना किए गए और रेलीगेयर एंटरप्राइजेज की वार्षिक रिपोर्ट में सलूजा को मिले पारितोषिकों के विवरण में कमी है।
रेलीगेयर एंटरप्राइजेज के निदेशक मंडल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बर्मन परिवार के प्रतिनिधियों ने 20 सितंबर 2023 की बैठक में शेयर क्रय करने के सार्वजनिक प्रस्ताव के बारे में डॉ रखीमी सलूजो को कोई जानकारी नहीं दी थी।
बयान में कहा गया है कि डॉ रश्मी सलूजा के अलावा 12 अन्य कर्मचारियों को ईशॉप के शेयर बेचने का मौका दिया गया था। इसके तहत शेयरों को बिक्री और कर्ज के जरिए परिसमाप्त करने की प्रक्रिया 20 सितंबर की बैठक से कई दिन पहले शुरू की जा चुकी थी तथा 21 और 22 सितंबर को बिक्री उस समय तक बाजार कीमत पर की गयी थी।
मनोहर.संजय
वार्ता