भारतPosted at: Oct 17 2020 1:40PM प्रख्यात इतिहासकार आर एल शुक्ल नहीं रहे
नयी दिल्ली ,17 अक्टूबर (वार्ता) प्रख्यात इतिहासकार आर एल शुक्ल का शनिवार को यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 82 वर्ष के थे और कुछ दिनों से अस्वस्थ थे।
उनके परिवार में पत्नी के अलावा पुत्र पंकज राग हैं जो मध्यप्रदेश में सचिव स्तर के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उनके भाई प्रभात रिपीट प्रभात शुक्ल भी जाने माने इतिहासकार हैं और वह भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद के सचिव रह चुके हैं ।
अठारह जनवरी 1938 को बिहार के वैशाली जिले के पानापुर गांव में जन्में श्री आर एल शुक्ल का पूरा नाम राम लखन शुक्ल है। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से इतिहास में एम ए तथा पीएचडी की थी। उनकी गिनती आधुनिक भारत के शीर्ष इतिहासकारों में होती थी। वह वर्ष1974 में दिल्ली विश्वविद्यालय में इतिहास विभाग में नियुक्त हुए थे तथा वर्ष1998 में अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त होकर लेखन कर रहे थे।
बिहार के तीन बड़े इतिहासकार सर्वश्री रामशरण शर्मा, डीएन झा और आर एल शुक्ल सत्तर के दशक दिल्ली विश्वविद्यालय में नियुक्त हुए थे। इतिहास लेखन में इन तीनों की तिकड़ी मशहूर थी।
श्री प्रभात शुक्ल ने ‘यूनीवार्ता’ को बताया कि अंतिम संस्कार शाम साढ़े चार बजे निगम बोध घाट पर होगा।
अरविन्द आशा
वार्ता