नयी दिल्ली 20 जुलाई (वार्ता) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने चांदीपुरा वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की है और एक केंद्रीय दल की तैनाती की है।
मंत्रालय ने शनिवार को यहां बताया कि स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक- डीजीएचएस और एनसीडीसी के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अतुल गोयल की अध्यक्षता में कल अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली, कलावती सरन बाल अस्पताल और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज (निमहंस) के विशेषज्ञों तथा केंद्रीय और राज्य निगरानी इकाइयों के अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया।
समीक्षा बैठक में गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में चांदीपुरा वायरस और एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के मामलों की समीक्षा की गयी।
चांदीपुरा वायरस और एईएस मामलों की स्थिति की विस्तृत चर्चा और समीक्षा के बाद, विशेषज्ञों का आकलन रहा कि देश के एक छोटे-छोटे से हिस्से में इस चांदीपुरा वायरस का प्रकोप है। बैठक में गुजरात में सामने आये एईएस मामलों के व्यापक महामारी विज्ञान, पर्यावरणीय और कीट विज्ञान संबंधी अध्ययनों की आवश्यकता पर बल दिया। इसकी जांच के लिए गुजरात में एनसीडीसी, आईसीएमआर और डीएएचडी की एक बहु-विशेषज्ञ केंद्रीय टीम तैनात की गयी है।
एईएस चिकित्सकीय रूप में न्यूरोलॉजिक लक्षण का एक समूह है, जो कई अलग-अलग वायरस, बैक्टीरिया, कवक, परजीवी, स्पाइरोकेट्स, रसायन और विषाक्त पदार्थों आदि के कारण होता है। एईएस के ज्ञात वायरल कारणों में जेई, डेंगू, एचएसवी, सीएचपीवी, वेस्ट नाइल आदि शामिल हैं।
चांदीपुरा वायरस रैबडोविरिडे समूह से संबंधित है जो देश के पश्चिमी, मध्य और दक्षिणी भागों में खासकर मानसून के मौसम के दौरान छिटपुट मामलों और प्रकोपों का कारण बनता है। यह मक्खियों और टिक्स (किलनी) जैसे कीटाणुओं से फैलता है।
यह बीमारी ज़्यादातर 15 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करती है और बुखार के साथ हो सकती है जो कुछ मामलों में मौत का कारण भी बन सकती है। हालाँकि चांदीपुरा वायरस से प्रभावितों के लिए कोई विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं है।
जून 2024 की शुरुआत से 20 जुलाई तक देश में 15 साल से कम उम्र के बच्चों में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम के कुल 78 मामले सामने आए हैं। इनमें से 75 गुजरात के 21 जिलों और निगमों से, दो राजस्थान से और एक मध्य प्रदेश से हैं। इनमें से 28 मामलों में मौत हो गई है। कुल 76 नमूनों में से नौ में चांदीपुरा वायरस की पुष्टि हुई है।
सत्या, उप्रेती
वार्ता