भारतPosted at: Nov 7 2019 9:56PM चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा
नयी दिल्ली 07 नवम्बर (वार्ता) प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार पी के मिश्रा ने चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के कारण उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और अंडमान निकोबार द्वीप समूह के अधिकारियों के साथ आज यहां एक उच्च स्तरीय बैठक की।
मौसम विभाग के महानिदेशक ने चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इससे ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में तेज गति से हवा चलने और बारिश होने की संभावना है। ओडिशा में शुक्रवार को 70 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से हवा चलने की आशंका है। कुछ क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश भी हो सकती है। पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में भी शनिवार को इसी तरह की स्थिति बनने की आशंका है। समुद्र में विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गयी है।
वीडियो कांफ्रेन्स के जरिये बैठक में शामिल राज्य के मुख्य सचिवों ने बताया कि तटीय क्षेत्रों में एहतियाती कदम उठाये जा रहे हैं और स्थिति पर दिन रात नजर रखी जा रही है। उन्होंने भी कहा कि मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की सलाह दी गयी है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक ने बताया कि उनकी टीम सभी जरूरी साजो सामान के साथ पूरी तरह तैयार है। तटरक्षक बल भी सतर्क है और उन्होंने नौकाओं तथा व्यापारिक जहाजों को समुद्र में अंदर नहीं जाने की सलाह दी है।
श्री मिश्रा ने सभी अधिकारियों को सभी हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिये हैं और कहा है कि तूफान के कारण जान माल के नुकसान को कम से कम करने की कोशिश की जानी चाहिए। उन्होंने राज्यों को केन्द्र की ओर से जरूरी मदद का आश्वासन भी दिया।
प्रधानमंत्री के प्रधान सलाहकार, गृह तथा सूचना और प्रसारण मंत्रालयों के सचिवों , राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य , मौसम विभाग के अधिकारियों और प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।
संजीव
वार्ता