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लोकरुचि


शादियों में ‘शहनाई’ की जगह बज रहे नोटबंदी के गीत

शादियों में ‘शहनाई’ की जगह बज रहे नोटबंदी के गीत

पटना 29 नवंबर (वार्ता) शादियों में ‘शहनाई’ का बजना परम्परा के साथ-साथ शुभता का भी प्रतीक माना जाता है लेकिन इस बार बिहार भर में हो रही शादियों में शहनाई की जगह नोटबंदी के गीत खूब सुनने को मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पांच सौ और हजार रुपये के नोटों को चलन से बाहर करने के कारण लोगों को भले ही कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हो लेकिन बिहार में इन दिनों हो रहे शादियों में नोटबंदी के गीत खूब सुनने को मिल रहे हैं। नोटबंदी की थीम पर बने भोजपुरी गानें आजकल बिहार की शादियों, डीजे और पार्टियों में खूब बज रहे है और युवा इसका जमकर लुत्फ उठा रहे हैं। नोटबंदी के बाद बेशक लोग सुबह से शाम तक बैंकों की शाखाओं और एटीएम के बाहर कतारों में रुपये निकालने और जमा कराने में लगे रहे हों, लेकिन जैसे ही आसपास नोटबंदी के गीत बजते हैं तो मानो सभी अपनी परेशानियों को भूलकर मन ही मन थिरकने लग जाते हैं। बिहार के साथ उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल इलाके में इन दिनों शादियों का मौसम चल रहा है। शादियों में शहनाई की धुन परम्परा और संस्कृति का प्रतीक रहा है। बदलते समय के साथ शहनाई की जगह धीरे-धीरे फिल्मों की गीतों ने जरूर ले ली लेकिन फिर भी शहनाई की धुन बजे बिना शादियों का आनंद नहीं आता। नोटबंदी ने भले ही शादियों में फिजुलखर्ची पर लगाम लगा रखी हो लेकिन नोटबंदी के गीतों ने युवाओं को थिरकने का मौका जरूर दे दिया है। शादियों कार्यक्रमों के अलावा सोशल मीडिया पर भी इन गानों की धूम मची हुयी है। बिहार, झारखंड के भोजपुरी भाषी इलाकों में ऐसे गीतों की बाढ़ आ चुकी है। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, राजस्थान के कई हिस्सों और पूर्वी यूपी में भी इन गानों की धूम मची हुयी है। श्री मोदी के इस कदम के बाद 24 घंटे के अंदर इनमें से कुछ गाने तैयार कर यू-ट्यूब पर अपलोड भी कर दिए गए थे जिसे लाखों व्यूज़ मिले । इन गीतों में एक तरफ जहां प्रधानमंत्री की तारीफ की गई है वहीं कालाधन रखने वालों और विपक्षी दलों के नेताओं पर निशाना साधा गया है।


नोटबंदी के गानों की डिमांड इतनी अधिक कि ऐसे गीत गाने वाले कई गायक रातों-रात लोकप्रिय हो चुके हैं। बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड में भोजपुरी फिल्मों की सुप्रसिद्ध पार्श्व गायिका खुशबू उत्तम और जाने माने गायक-अभिनेता गुंजन सिंह के गीतों ने तहलका मचा दिया है। वैसे तो बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियां प्रधानमंत्री के फैसले की तारीफ कर चुकी हैं, लेकिन भोजपुरी सिनेमा की बात ही कुछ अलग है। हर मौके को भोजपुरी संगीत अपने रंग में रंग देता है। फिर चाहे वो भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर बनें गाने हों या फिर बलूचिस्तान को पाक से मुक्त कराने को लेकर बने गानें। इन गानों के कारण खूशबू और गुंजन अब घर-घर में पहचाने जाने वाले नाम बन चुके हैं और उनके गाने यूट्यूब पर वायरल हो गये हैं। सुपरहिट एलबम 'बंद भईल नोट पांच सौ हज़ार के' की गायिका ख़ुशबू उत्तम ने ‘यूनीवार्ता” से बातचीत में कहा, “श्री मोदी के इस फ़ैसले की खबर मुझे नहीं थी। आठ नवंबर की रात कैसेट कंपनी वालों का ही फोन आया कि एकदम धमाकेदार मैटर है, इस पर एक गाना बना डालो। पहले तो थोड़ी सोच में पड़ीं लेकिन फिर टीम ने अगले दिन बारह बजे तक गाना तैयार कर लिया। इसके एक घंटे बाद ही यह गाना यू-ट्यूब पर अपलोड भी हो गया। इसे एक दिन के अंदर ही दस लाख से अधिक व्यूज मिल चुके थे।” ख़ुशबू ने बताया कि इस गीत के लिये उन्होंने कोई पैसे नही लिये हैं। मनीष माही रचित और मनोज बंटी के संगीत निर्देशन में तैयार इस गीत को लोंगो ने काफी पसंद किया है। इसके बाद कई और कैसेट कंपनियों की ओर से मुझे नोटबंदी पर गीत गाने के ऑफर मिल चुके हैं। बिहारी स्मिता सम्मान, सुर श्री सम्मान, बिहार कला रत्न सम्मान और भिखारी ठाकुर सम्मान जैसे कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी खूशबू उत्तम ने कहा, “नोटबंदी देश हित में है और मैं उसका समर्थन करती हैं। मैं नोटबंदी के पक्ष में हूँ । मोदी जी ने अच्छा काम किया है। आम लोगो को जो परेशानी हो रही है वह काफी कम समय के लिए है। लेकिन इसमें हमें देखना यह होगा कि देश के लिए क्या सही है। जो लोग नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं वह सही नहीं है। यदि आने वाले समय में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिलते है तो यह देश के लिये अच्छी बात होगी।


भोजपुरी फिल्म के मशहूर अभिनेता और गायक गुंजन सिंह के नोटबंदी पर आधारित गीत ‘बंद होई घोटाला हो बाहर आ जायी धन काला हो’ ने भी धूम मचा दी है। गुंजन सिंह ने बताया कि उन्होंने यह गाना अपने एक मित्र और कैसेट कंपनी के कहने पर गाया है और इसके लिये उन्होंने कोई पैसे नही लिये। उन्होंने कहा, ”मैंने यह गाना 09 नवंबर रिपीट 09 नवंबर को जारी किया था और अब यह गाना लोगों की जुबान पर आ गया है। यूटयूब पर इसे दो लाख से अधिक हिट मिल चुके हैं। ” गुंजन ने कहा मुझे इस गाने के लिये भोजपुरी सिनेमा के कई नामचीन लोगों ने फोन कर बधाई दी है। उन्होने बताया कि बतौर अभिनेता उनकी एक फिल्म “गुंजन जाई शान से दुल्हन लाई पाकिस्तान से” प्रदर्शित होने जा रही है और संभवत: इस फिल्म में इस गीत को शामिल किया जायेगा । उन्होने बताया कि यह गाना फिल्म की जरूरत के अनुरूप है। बिहार में नोटबंदी के गीत शादी की महफिलों की शान बन गये हैं। शादी के एक रिसेप्शन समारोह में दुल्हन अपने घर से सीडी लेकर आई थी। रिसेप्शन में 'कालाधन वालों की मोदी जी वाट लगा दी रे' रीमिक्स गाना बजाकर लोगों ने डांस किया। दूल्हे ने बताया कि उसकी पत्नी की पहली डिमांड थी कि शादी के रिसेप्शन में 'कालाधन वालों की मोदी जी वाट लगा दी रे' रीमिक्स गाना बजे और लोग डांस भी करें। शादी समारोह में डांस के साथ-साथ लोगों ने नरेंद्र मोदी की शायरी को भी खूब इंज्वाय किया। बिहार में इन दिनों नोटबंदी पर आधारित जो गीत सुनने को मिल रहे हैं उनमें 'काला धन जे रखले होई, लागल बा दिल पे चोट हो, मोदीजी हजार पानसउवा के बंद कइले नोट हो...बोरा में जे भी भरी के बा रखले, रोव ता लोट पोट हो... , जै जै मोदी जी थां री, पांच सौ, हजार रुपया का ऊपर रोक लगा दी रे, वाह रे म्हारा मोदी जी या कई लहर चला दी रे... , 'बंद हो गइल नोट पांच सौ हज़ार के, काला धन रखे वाला के दरद भईल कपार में ,'पनसऊआ हजारा के बनईह तोसक तकिया' ,- 'रतिया में बंद कइल पांच सौ हजारिया, अब कैसे कटी दिन रात हो...जा ए मोदी, ई का कइला हमनी अमीरवा पे घात हो ,'बंद कइले पनसउआ हजार रे, मोदी सरकार रे सखी' शामिल हैं।

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