नयी दिल्ली 08 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि देश में कोरोना जिस भयानक रफ्तार से फैल रहा है वह चिंता का विषय है लेकिन सभी को राजनीति से उपर उठकर इस चुनौती से निपटने के लिए एकजुट होकर तेजी से कदम उठाने होंगे क्योंकि थोडी सी भी ढिलाई घातक सिद्ध हो सकती है।
कोरोना की दूसरी लहर के प्रचंड गति से देश के ज्यादातर हिस्सों को अपनी चपेट में लेने के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने गुरूवार शाम राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ मौजूदा स्थिति तथा कोरोना टीकाकरण अभियान की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि भले ही स्थिति विकट है लेकिन हमें हिम्मत , धैर्य तथा तेजी के साथ कदम उठाने की जरूरत है जिससे कि स्थिति पर काबू पाया जा सके। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान देश के पास न तो संसाधन थे और न ही अनुभव उसके बावजूद सभी ने एकजुट होकर उस समय महामारी को मात देने में सफलता हासिल की थी।
श्री मोदी ने कहा कि अब तो हमारे पास अनुभव भी है और संसाधन भी तथा साथ ही कोरोना की वैक्सीन भी आ गयी है इसलिए हमें सुनियोजित ढंग से चलें तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। दवाई भी और कड़ाई भी के अपने पहले के मंत्र को दाेहराते हुए उन्होंने राज्यों से कहा कि जहां हमें टीकाकरण का दायरा तेजी से बढाना है वहीं कोरोना की जांच को भी बहुत तेजी और सटीक प्रक्रिया के साथ गति देना है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर का आने का कारण कुछ राज्यों में लोगाें तथा सरकार के स्तर पर बरती गयी ढील को माना जा रहा है इसलिए अब किसी तरह की ढिलाई और घातक सिद्ध हो सकती है।
कोरोना टेस्टिंग के साथ साथ टीकाकरण को बढाने पर अत्यधिक बल देते हुए उन्होंने कहा कि 11 से लेकर 14 अप्रैल के बीच देश भर में कोरोना टीका उत्सव मनाते हुए अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा , “ टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट , कोविड व्यवहार और कोविड प्रबंधन इन्हीं चीजों पर हमें बल देना है । 11 अप्रैल, ज्योतिबा फुले जी की जन्म जयंती है और 14 अप्रैल, बाबा साहेब की जन्म जयंती है, उस बीच हम सभी ‘टीका उत्सव’ मनाएं। हमारा प्रयास यही होना चाहिए कि इस टीका उत्सव में हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेट करें। मैं देश के युवाओं से भी आग्रह करूंगा कि आप अपने आसपास जो भी व्यक्ति 45 साल के ऊपर के हैं, उन्हें वैक्सीन लगवाने में हर संभव मदद करें।
वैक्सीनेशन के साथ साथ हमें ये भी ध्यान रखना है कि वैक्सीन लगवाने के बाद की लापरवाही न बढ़े।
हमें लोगों को ये बार-बार बताना होगा कि वैक्सीन लगने के बाद भी मास्क और सावधानी जरूरी है। ”
संजीव जारी
वार्ता