पटना 03 अगस्त (वार्ता) बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरक्षण को लेकर प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता तेजस्वी प्रसाद यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए आज कहा कि राजद झूठ बोलना, धोखा देना, घपले-घोटाले और विनाश का परिचायक रहा है।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस और राजद को अपनी विफलताएं छुपाने के लिए लोगों को गुमराह करना बंद कर देना चाहिए क्योंकि वे ही हैं जिन्होंने आजादी के बाद से बिहार पर शासन किया और मानव विकास सूचकांक में इसे सबसे निचले पायदान पर ला खड़ा किया। उन्होंने कहा कि आरक्षण कानूनों को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग भी भ्रामक है क्योंकि इस संबंध में उच्चतम न्यायालय का पहले से ही स्पष्ट फैसला है कि नौवीं अनुसूची में शामिल किसी भी कानून को चुनौती भी दी जा सकती है।
श्री सिंह ने कहा कि भाजपा हमेशा आरक्षण देने की वकालत की है जबकि झूठ बोलना धोखा देना और किसी को ठगना यह राजद से सीखना चाहिए। जब 2023 में जातीय गणना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने करवाया तो राजद इसमें कहां था। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इसके पहले बिहार में राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के शासनकाल में और कांग्रेस के कार्यकाल में जातीय गणना बिहार में क्यों नहीं करवाई गई। क्यों राजद के शासनकाल में बिहार से लोग पलायन करने को मजबूर हो गए। राजद सुप्रीमो श्री यादव के समय लोगों को नौकरियां क्यों नहीं दी गई।
भाजपा प्रवक्ता ने कह कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने जातीय गणना कराई, जिसमें भाजपा का भी समर्थन था। जब मुख्यमंत्री ने नौकरी, रोजगार देना शुरू किया तो राजद अपनी पीठ खुद थपथपा रहा है जबकि जब से राजद सरकार से हटी हैं तब से बिहार में फिर से सुशासन का माहौल हैं। राजद के सत्ता में आते ही बिहार में अपराध का ग्राफ बढ़ने लगता है क्योंकि राजद अपराध और अपराधियों, माफियाओं के संरक्षण के लिए जानी जाती है।
सूरज
वार्ता