नयी दिल्ली, 14 अक्टूबर ( वार्ता ) विचार इंडिया फाउंडेशन के निदेशक कैप्टन आलोक बंसल ने कहा है कि तमाम देश आतंकवाद की समस्या से जूझ रहे हैं, ऐसे में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।
कैप्टन बंसल ने गुरुवार को यहाँ भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) की ओर से सैन्य अधिकारियों के लिए आयोजित मीडिय संचार पाठ्यक्रम के समापन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि मीडियाकर्मियों सहित हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि भारत विरोधी ताकतें हमारे देश के खिलाफ मीडिया का दुरुपयोग न कर पाएं।
उन्होंने कहा कि मीडिया ने कारगिल युद्ध और मुंबई आतंकवादी हमले की घटना को जिस तरह कवर किया, उसने मीडिया के प्रति लोगों के नजरिये को बदल दिया, लेकिन इन दोनों मामलों में मीडिया द्वारा प्रसारित खबरों का फायदा आतंकवादियों ने उठाया। आज सोशल मीडिया में भी यही स्थिति हो रही है। "
कैप्टन बंसल ने कहा, "नयी समस्याओं के नए समाधान ही खोजे जाने चाहिए। सोशल मीडिया यूनिट के द्वारा सैन्यकर्मियों में इस क्षेत्र की अच्छी समझ विकसित की जा सकती है और मनोवैज्ञानिक तौर पर भी उन्हें इतना सक्षम बनाया जा सकता है कि वे दुश्मन की चालें पहचान सकें। सूचना और तकनीक के आधुनिक युग में सेना को सोशल मीडिया का सर्वश्रेष्ठ इस्तेमाल करने की जरुरत है। सोशल मीडिया हमारी सोच से ज्यादा तेजी से बढ़ा है। अगर हम इसकी रफ्तार के साथ नहीं चल पाए, तो पीछे छूट जाएंगे।"
उन्होंने कहा कि हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल अपनी ताकत बढ़ाने के लिए करना है, तो हमें सोशल मीडिया से जुड़ना होगा। आज मीडिया देश की ताकत का महत्वपूर्ण स्तंभ है, लेकिन हमें इसका इस्तेमाल अनुशासन के दायरे में रहकर करना होगा।
इस अवसर पर आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी , डीन (अकादमिक) प्रो. गोविंद सिंह समेत कई विद्धान मौजूद थे।
आईआईएमसी प्रतिवर्ष सैन्य अधिकारियों के लिए मीडिया एवं संचार से जुड़े 'शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग कोर्स' का आयोजन करता है। इन पाठ्यक्रमों में तीनों सेनाओं के कैप्टन स्तर से लेकर ब्रिगेडियर स्टार तक के अधिकारी हिस्सा लेते हैं।
प्रणव, संतोष
वार्ता