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छठ को लेकर बाजारों में रौनक

छठ को लेकर बाजारों में रौनक

पटना 10 नवंबर (वार्ता) लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर राजधानी पटना के बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है।

बिहार में लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व कार्तिक छठ कल नहाय खाय के संकल्प के साथ शुरू होगा। जिन घरों में छठ होना है, वहां तैयारी शुरू हो चुकी है। पर्व की तैयारियों को लेकर लोगों की खरीददारी होने लगी है, जिससे बाजार में रौनक देखी जा रही है। व्रती नहाय-खाय एवं खरना की तैयारी में लगे हुये हैं। छठ की खरीददारी के लिए राजधानी पटना के बाजार में रौनक आ गयी है।

ठाकुरबाड़ी रोड, मीठापुर ,कंकड़बाग ,राजा बाजार ,बाजार समिति ,बाकरगंज बर्तन बाजार, दिनकर गोलंबर, जीपीओ चौराहा, पटना सिटी, ठठेरी बाजार और हनुमान नगर समेत राजधानी के कई इलाकों में छठ का बाजार सज चुका है। बाजारों, मंडियों में छठ की रौनक और सामान दोनों की अनोखी छठा दिख रही है। छठ पर्व पर पूजा के लिए लोग हर छोटी से छोटी चीज को जुटाने में लग गये हैं। लोग छठ की पूजा शुरू होने से पहले ही सारी तैयारी पूरी कर लेना चाहते हैं। पूजा में सफाई का बहुत ध्यान रखा जाता और कोई सामान छूट न जाये इसका भी पूरा ध्यान रखते हैं क्योंकि इसमें हर छोटी से छोटी चीजों की अपनी अहमियत होती है। इसलिए, भक्तों ने पहले से ही सारी तैयारियां शुरू कर दी है।

        छठ पूजा के लिए कोशी, पीतल एवं बांस के सूप, दउरा, साड़ी, गन्ना, नारियल, फल सहित पूजा के हर छोटे-छोटे सामानों की खरीददारी तेज हो गयी है। साड़ी की दुकानों पर भी रौनक आ गयी है। पूजा में साड़ी छठ मइया को चढ़ायी जाती है और पूजा करने वाली महिला भी नयी साड़ी में ही पूजा करती हैं। इसलिए, इस समय साड़ी की दुकानों पर भीड़ लगी हुई है। चूड़ी, बिंदी सहित महिलाओं के साज-सज्जा की दूकानों पर भी लोगों की भीड़ देखी जा रही है। छठ में टीका एवं नथिया के साथ-साथ बिछिया एवं चांदी के पायल भी बिक रहे हैं।

छठ को ले शहर में सूप और डाला की कई अस्थायी दुकानें लगायी गईं हैं। बाजार में सूप-टोकरी से लेकर पूजा की हर वस्तु मिल रही है। इसमें सूप 50-70 रुपये, दउरा 100 से 200 रुपये, नारियल 60 रुपये जोड़ा, अर्घ्य के लिए ढक्कन 10 रुपये प्रति पीस, दीया एक रुपये प्रति पीस, ढक्कनवाले दीये 25 रुपये, हाथी वाले दीये 100 रुपये, कलश 15 से 30 रुपये तक, धूपदानी 15 से 25 रुपये में उपलब्ध हैं। छठ पूजा की बांस की डलिया में फल सब्जियों को सजाकर घाट पर ले जाते हैं फिर सूर्य अर्घ्य देने की परंपरा है। डलिया में कच्चे फल के अलावा, रोली, चंदन, सिंदूर, छापा भी होता है, जिसे अर्घ्य में इस्तेमाल किया जाता है।

पूजा की अन्य वस्तुएं भी बाजार में उपलब्ध हैं। इनमें सिंदूर, मौली धागा, धूप, घी, रूई, कमल गोटा, बादाम, इलायची, काजू, आलता पत्ता, अखरोट, सौंफ, लौंग, किशमिश, जायफल, माला भी मिल रहे हैं। पीतल एवं कांसे से बने सूप की भी खरीददारी हो रही है। बर्तन दुकानों में छोटे-बड़े सभी आकार के सूप उपलब्ध हैं। सबसे छोटे सूप की कीमत 200 से 300 रुपए है तो बड़े आकार के सूप के दाम नौ सौ रुपए के आसपास है।

        खरना का प्रसाद आम की लकड़ियों से जलाये जाने वाले चूल्हे पर बनाने की परंपरा है। इसलिए महापर्व में आम की लकड़ियों का महत्व बढ़ जाता है। आम की लकड़ी 20-30 रुपए प्रति किलो बेची जा रही है। इस लकड़ी के साथ ही मिट्टी के चूल्हे और मिट्टी के अन्य बर्तनों की खरीददारी भी हो रही है। मिट्टी का चूल्हा 150 से 200 रुपए जोड़ा बिक रहा है। खरना के दिन से ही चूल्हे का इस्तेमाल शुरू हो जाता है, इसलिए लोग इसे पहले खरीद रहे हैं।

छठ पूजा में फल और सब्जियों का विशेष महत्व होता है और इसीलिए मंडियों एवं बाजारों में दुकानदार अलग से छठ पूजा की सभी सामग्री के साथ फल और सब्जियां बेच रहे हैं। अगस्त का फूल 500 रुपय प्रति किलोग्राम बिक रहा है। वहीं, कच्ची हल्दी, कच्चा अदरक, कच्चा नारियल, केला, आंवला, सीताफल, मूली हर चीज से बाजार गुलजार है। खरीददार फलों और सब्जियों की खरीददारी करने पहुंच रहे हैं। छठ के लिए जरूरी फल और सब्जी महंगी भी बिक रही हैं।

छठ में इस्तेमाल होने वाली सब्जियों एवं फलों के दाम बढ़ गए हैं। सब्जी मंडी में कद्दू 40 से 50 रुपए प्रति पीस बिक रहे हैं। नारियल के दाम में मामूली बढ़ोतरी हुई है। नारियल 30 से 40 रुपए प्रति पीस बिक रहा है। छठ पर्व शुरू होने के साथ ही हर तरफ छठ मइया के गीत सुनाई देने लगे हैं। इस समय बाजार में छठ गीतों के सीडी एवं डीवीडी की जबरदस्त मांग है। बाजार में नये-नये छठ के गीतों की भरमार है।

प्रेम सूरज

वार्ता

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